शरद मिश्रा”शरद”
लखीमपुर खीरी:NOI- जिस उम्मीद से ग्रामवासी अपने गाँव का प्रधान चुनते है चुनाव जितने के बाद प्रधान जी उन्ही उमीदों पर पानी फेरते हुए सिर्फ अपनी जेम पर ध्यान देते है।
ग्राम पंचायत के चुनावों में प्रधान जी अपनी पंचायत के विकास के लिए ग्राम वासियों से विकास की बात करते हुए व अपने आपको एक सच्चा व ईमानदार व्यक्ति बता कर ग्रामवासियों की वोट तो ले लेते है मगर उनकी वास्तविकता तब सामने आती है जब प्रधान जी अपने गाँव की विकास को छोड़ अपने जेम का विकास करने लगते है और ये कहना गलत नही होगा कि जिन 5 सालों में प्रधान जी ने प्रधान की कुर्सी संभाली उन 5 सालों में प्रधान जी ने अपनी पंचायत का कम व अपनी जेम पर ज्यादा ध्यान दिया ये सब गाँव की दुर्दशा को भी देख कर अंदाजा लगाया जा सकता है।
यहाँ तक बात तब और आगे बढ़ती है जब प्रधान जी गरीबों को मिले आवासों से भी अपना हिस्सा मांगते है और 10 से 20 हजार रुपया हर आवास का लेते है।
आवासों में हेरा फेरी कर ग्रामीणों को मिले उनके ही आवास से जब भ्रष्ट प्रधान जी को 10 से 20 हजार रुपये देने पड़े तो उस ब्लाक के खंड विकास अधिकारी पे भी उंगली उठना तय है।
बताते चलें कि ब्लाक निघासन के अंतर्गत आने वाली पंचायत अदलाबाद का एक मामला संज्ञान में आया है जहां गाँव के प्रधान व प्रधान पुत्र पर यह आरोप लगा है कि पीएम आवास योजना में प्रधान व उनका पुत्र सुविधा शुल्क मांगता था जब यह मामला जनपद के तेजतर्रार व अत्यंत कर्तव्यनिष्ठ सीडीओ अमित बंसल के संज्ञान में आया तो उन्होंने दोषी प्रधान व प्रधान पुत्र पर कार्यवाही करते हुए पुलिस अधीक्षक खीरी को एफआईआर के लिए पत्र भेजा जिसमे पुलिस अधीक्षक खीरी ने दोषियों पर एफआईआर दर्ज का आदेश दिया।
बात यहाँ पर खत्म नही होती एक अदलाबाद ही ग्राम पंचायत नही विकास खंड निघासन के अंतर्गत आने वाली कई पंचायतों के प्रधान गरीबों को मिले आवासों से अपना हिस्सा लेते है।
ऐसे प्रकरणों में देखा जाए तो काफी हद तक गलती खंड विकास अधिकारी की भी मानी जाती है क्योंकि वो ब्लाक का सबसे बड़ा अधिकारी है और जब कोई ऐसी बात उनके संज्ञान में आये तो उसे नजर अंदाज न करते हुए तत्काल कार्यवाही की जाए क्योंकि पहली गलती को माफ करना दूसरी गलती को नेवता देने के बराबर होता है।
फिलहाल अदलाबाद ग्राम प्रधान पर हुई कार्यवाही से विकास खंड निघासन की लगभग सभी ग्राम पंचायतों में हड़कम मचा हुआ है।