देहरादून। मेडिकल की प्रतिष्ठित परीक्षा नीट के लिए अब केवल 11 दिन शेष रह गए हैं। ऐसे में बेहतर और परिणामजनक तैयारी के लिए समय का सदुपयोग किया जाना जरूरी है। परीक्षा विशेषज्ञों के अनुसार एंट्रेस से ठीक पहले के यह 11 दिन बेहद महत्वपूर्ण हैं। इसलिए इन दिनों में की गई मुकम्मल तैयारी बेहतर परिणाम के लिए मददगार साबित हो सकती है।
देशभर में राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा सात मई को आयोजित की जाएगी। परीक्षा में नेगेटिव मार्किग होने के चलते गलत जवाब देने की कोई गुंजाइश नहीं है। एक भी गलत जवाब देने से रिजल्ट बहुत ज्यादा प्रभावित हो सकता है। इस परीक्षा के बाद भी छात्रों को तैयारी छोड़नी नहीं चाहिए, क्योंकि 28 मई को ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (एम्स) के लिए प्रवेश परीक्षा होगी।
इन 11 बातों का रखें ध्यान
-विषयवार रिवीजन और सिर्फ महत्वपूर्ण टॉपिक पर ध्यान दें। अनावश्यक टॉपिक पढ़कर समय न गंवाएं।
-ज्यादा से ज्यादा मॉक टेस्ट करें। इससे आपकी टाइमिंग, स्पीड और एक्यूरेसी सुधरेगी। प्रॉब्लम सॉल्विंग टेक्निक बेहतर होगी।
-हर दिन सभी विषयों की पढ़ाई करें। किसी भी विषय को एक दिन छोड़कर न पढ़ें।
-सुबह के समय केमिस्ट्री पढ़ें। इसके बाद क्रमवार अन्य विषयों की पढ़ाई करें।
-दोपहर में बायोलॉजी पढ़ना लाभदायक है। इसके चित्रों को समझें और कॉन्सेप्ट दोहराएं।
-शाम को फिजिक्स पढ़ें। इस दौरान केवल नोट्स पर ध्यान दें। अनावश्यक पढ़ने से बचें।
-कम समय में ज्यादा सवाल हल करने के लिए शॉर्टकट तरीकों को अपनाएं। मॉक टेस्ट देते समय शॉर्टकर्ट तरीकों की भी प्रैक्टिस करें।
-पर्याप्त नींद लें और खुद को तरोताजा रखने के लिए मॉर्निग वॉक करें। हल्का और सुपाच्य भोजन करें।
-परीक्षा के पहले दिन केवल महत्वपूर्ण विषयों का रिवीजन करें। ज्यादा पढ़ने की कोशिश न करें। इससे आप परीक्षा कक्ष में कनफ्यूज हो सकते हैं।
-अपनी कमजोरियों और ताकत को पहचानें। कमजोरियों को दूर करते रहें व ताकत को और चमकाएं।
-खुद पर एग्जाम का तनाव हावी न होने दें। पॉजिटिव रहकर एग्जाम देने जाएं और माइंड को रिलैक्स रखें।
————————
अब कुछ भी नया पढ़ने का वक्त नहीं रह गया है। छात्रों को चाहिए कि वह केवल सलेक्टिव मैटर ही पढ़ें। बेहद जरूरी टॉपिक्स को कई बार रिवाइज करें। समय प्रबंधन का ध्यान रखें और नियमित पढ़ाई करें।