शरद मिश्रा”शरद”
लखीमपुर खीरी:NOI- वादें व इरादें साथ मे जनता की यादें ये सब चीजें नेता जी को तभी याद आती है जब चुनाव नजदीक आता है ताकि एक बार फिर से जनता को मक्खन लगी बातों से बेहला फुसला कर उनकी वोटें ठगी जा सकें मगर नेता जी को क्या मालूम कि जनता मक्खन वाली बातों से नही क्षेत्र में हुए कामों से मतलब रखती है हाँ एक आधे नेताओं के चमचे जरूर होते है जो समय आने पर नेता जी के नाम पर अपने काम करवाते रहते है जिन्हें हम छुटभैया नेता कहते है।
जनता कहती है कि नेता जी ये काम जरूरी है इसे करवा दो मगर नेता जी अब चुनाव जीत चुके है उन्हें कोई काम जरूरी नही लगता उन्हें बस अपनी गाड़ियों में बैठ कर किसी कार्यक्रम के मुख्यातिथि बन कर गले मे स्वागत की माला डालना अच्छा लगता है उन्हें अपनी जनता के आँशुओ से कोई मतलब नही रहता।
हम बात करते है जनपद लखीमपुर खीरी की जहाँ पर बहुचर्चित पचपेड़ी घाट पुल जो काफी समय से जनता की मांग बना हुआ है मगर नेताओं ने जनता की इस मांग को अपना चुनावी मुद्दा बना लिया है जिससे चुनावी दिनों में इसी मुद्दे पर जनता की वोटों को ठगते हुए दिखाई पड़ते है।
ज्ञात हो कि मुख्यालय से तहसील निघासन की दूरी को काफी हद तक कम करने वाला रास्ता पचपेड़ी घाट जो बरसात के दिनों में बाढ़ के चलते बंद हो जाता है जिससे क्षेत्रवशियों को काफी दूरी तय करके किसी अन्य मार्ग से जाना पड़ता है इसलिए मुख्यालय के इस शॉर्टकट रास्ते पर अगर पुल बनता है तो क्षेत्र की जनता को काफी सहूलियत मिलेगी मगर इस पुल के बनने की चर्चाएं तभी तेज होती है जब चुनाव नजदीक आता है और इन दिनों पुल के बनने की चर्चाएं जोरों से सुनाई पड़ रही है क्योंकि लोकसभा का चुनाव धीरे धीरे नजदीक आ रहा है।
नेताजी से एक सवाल की पचपेड़ी घाट पुल तो बहुत बड़ी चीज है पहले पोस्टमार्टम हाउस ही शुरू करवा दें या निघासन को नगर पंचायत का दर्जा ही दिलवा दें जिससे नेता जी इन कामों को करवा कर जनता का विश्वास तो जीत सकें फिर पुल बनने की बात करें।
नेताजी शुरुआत छोटे कामों से ही होती है जब क्षेत्र में छोटी छोटी समस्याएं ही नही दूर कर पाओगे तो जनता कैसे भरोसा करेगी कि आप पुल बनवा दोगे।
वैसे एक बात है इन दिनों केंद्र व प्रदेश दोनों में सरकार भाजपा की है अगर इस बार पुल न बन पाया तो क्षेत्र में हमेशा की तरह पचपेड़ी घाट पुल का वादा हवाहवाई ही रहेगा।
पुल बनता है या नही ये तो समय के गर्भ में है।
*News one india*