पटना यूनिवर्सिटी देश का सातवां सबसे पुराना विश्विद्यालय है, जो कि अपने शताब्दी वर्ष से गुजर रहा है। राजभवन के आदेश के बाद एक बार फिर पटना यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ चुनाव को ले कर सुगबुगाहट शुरूरु हो गई है। राज्यपाल ने आदेश दिया कि राज्य के सभी विश्विद्यालय में 15 जनवरी से पहले छात्रसंघ चुनाव संम्पन्न कराया जाए। इसी विश्वविद्यालय की छात्र राजनीति से लालू यादव और नीतीश कुमार जैसे नेता उभरे है। करीब 28 साल बाद 2012 में पटना यूनिवर्सिटी
में छात्रसंघ चुनाव संम्पन्न हुआ था। राजभवन के आदेश के बाद एक बार फिर पटना यूनिवर्सिटी के छात्रसंगठनो में उथल पुथल मच गई है, हालांकि अभी विश्विद्यालय प्रशासन के तरफ से कोई आधिकारिक घोषणा नही की गई है, लेकिन संभावना जताई जा रही है कि जनवरी के पहले या दूसरे सप्ताह में छात्रसंघ चुनाव का ऐलान किया जा सकता है। विभिन्न छात्र संगठनों नें अपने अपने तरीके से संगठनो का विस्तार और जन सम्पर्क शुरु कर दिया है। बहुजन चौपाल(शरद समर्थक) के प्रभतवा यादव पटना विश्वविद्यालय में पत्रकारिता से पी.जी. कर रहे है। छात्रसंघ चुनाव को ले कर काफी सक्रिय है और इनका कहना है ज्यादातर
महिलाओं को हम छात्रसंघ चुनाव में भागेदारी देना चाहते है, साथ ही पिछड़े छात्रों के लिए अम्बेडकर छात्रावास की व्यवस्था को और बेहतर बनाना चाहते है। कैम्पस में सुरक्षा के साथ साथ शिक्षको और छात्रों के बीच एक अलग तरह का दोस्ताना व्यवहार चाहते है।
छात्र राजद के विशवविद्यालय अध्यक्ष राहुल यादव कहतें पटना विश्वविद्यालय में शिक्षकों कि कमी के कारण छात्रों को कठिनाई हो रही हैं। कई विभागों में शिक्षक नहीं हैं।ये हमारा प्राथमिक मुद्दा हैं कि शिक्षकों कि रिक्त पदो पर बहाली हो।महिलाओं के लिए कैम्पस में पुरी तरह सें सुरक्षित वातावरण हो।इसके अलावे छात्रों के होस्टल आवंटन में विलंब न हों।वहीं छात्र जदयू के मनीष यादव का सीधा कहना हैं कि राजभवन के आदेश के बावजूद भी विशवविद्यालय प्रशासन छात्र संघ चुनाव को लेकर छात्रों को असमंजस में रखा हुआ हैं।अभी छात्र संघ चुनाव को लेकर कही कोई स्पष्ट बात विशवविद्यालय के तरफ सें नहीं कही जा रही हैं।लेकिन हम लोग चुनाव के लिए तैयार हैं।संभावना हैं कि जनवरी के शुरुआत में तिथि निर्धारित कर दिया जाए।
पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिलाने के साथ साथ छात्रों के जो बुनियादी समस्याएँ हैं वो हमारा प्रमुख मुद्दा हैं।
वहीं आल इंडिया स्टुडेंट्स फेडरेशन के पुष्पेद्र शुक्ला कहतें हैं हमलोगों के मुख्य मुद्दे पटना विश्वविद्यालय को आवासीय कैम्पस में विकसित करने के साथ साथ जों सेंट्रल पुस्तकालय हैं उसे फिर सें चौबीस घंटे खुला रखा जाए।इसके अलावे पेयजल, साफ सफाई सहित कई अन्य मुद्दे हैं।जिसको लेकर हमलोग छात्रों के बीच जा रहे हैं।छात्र संघ चुनावों को लेकर आम आदमी पार्टी,अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद,छात्र लोजपा, एन. एस. यू. आई.,छात्र जाप,छात्र राकंपा,छात्र, रालोसपा सहित अन्य कई छात्र संगठनों नें चुनाव को लेकर छात्रों के बीच और सोशल साइट्स के सहारे जनसंपर्क शुरू कर दिया हैं।लेकिन अभी भी छात्र संघ चुनाव कि अधिकारीक घोषणा होनी बाकी हैं।लेकिन तमाम छात्र संगठनों में चुनाव को उत्साह चरम पर हैं।कुल मिलाकर इस बार का चुनाव दिलचस्प होने वाला हैं।