शरद मिश्रा”शरद”
लखीमपुर खीरी:NOI- इन दिनों पक्षी गिद्ध राज काफी कम संख्या में देखें जा रहे है या यूं कहें कि पक्षी गिद्ध राज विलुप्त होते जा रहे है।
वातावरण को स्वच्छ रखने वाले पक्षी गिद्ध राज मृत जानवरों को खा कर आसपास का वातावरण स्वच्छ रखते थे मगर इन दिनों विलुप्त होते जा रहे पक्षी गिद्ध राज।
बताते चलें कि विलुप्त हो रहे गिद्ध को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है कि जनपद लखीमपुर में दो गिद्ध दिखाई पड़े जो कि हिमालियन गिद्ध के रूप में पहचाने गए।
ये गिद्ध घायल अवस्था मे दिखाई पड़े थे बताया जा रहा है कि घायल अवस्था मे मिले ये गिद्धों किसी पतंग के मांझे की चपेट में आकर घायल हो गए और जमीन में आ गिरे है।
एक गिद्ध घायल अवस्था मे इमली चौराहे के पास मिला तो वही दूसरा गिद्ध पुलिस लाइन के पास पुलिस अधीक्षक निवास के पास मिला।
घायल अवस्था मे मिले इन गिद्धों की सूचना जब वन विभाग को दी गयी तो इन घायल गिद्धों को ईलाज के लिए पशु चिकित्सालय पहुंचाया गया जहाँ इन दोनों गिद्धों को उपचार के लिए लखनऊ रेफर किया गया।
शारदा नगर वन क्षेत्र के क्षेत्राधिकारी डी.के सिंह ने बताया कि इन दोनों गिद्धों को घायला अवस्था मे पाया गया था जिनको ईलाज के लिए लखीमपुर से लखनऊ ले जाया गया है हालांकि की ये गिद्ध हिमालियन है इसकी अभी पुष्टि नही हुई है लेकिन यहाँ के ये गिद्ध नही है और माना जा रहा है कि ठंडक पड़ने के कारण हिमालय की तराई में बसे इस जिले में ये गिद्ध हिमालय से माइग्रेट कर इधर आ गए है।
शारदानगर रेंज के फॉरेस्टर नागेंद्र पांडेय इन दोनों गिद्धों को लेकर लखनऊ चिड़िया घर गए जहाँ पर वन्यजीव चिकित्सक डॉ० उत्कर्ष शुक्ला इन गिद्धों का ईलाज कर रहे है।
गिद्धों के विलुप्त होने से चिंतित वन्य जीव प्रेमियों ने हिमालियन गिद्धों के आगमन को एक अच्छा संकेत बतलाया है।