लखनऊ,दीपक ठाकुर। केजीएमयू में तैनात 273 नर्सों ने पदोन्नति का लाभ नहीं मिलने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। नर्सिंग एसोसिएशन की मांग है कि जिन नर्सों का छह वर्ष का कार्यकाल पूरा हो गया है, उनको कार्यवाहक सिस्टर इंचार्ज की पोस्ट देकर काम करवाया जा रहा है। जबकि नियमानुसार रिक्त पदों पर पदोन्नति की प्रक्रिया पूर्ण हो जानी चाहिए थी, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हुआ है।
स्वास्थ्य विभाग ने केजीएमयू संवर्ग की नर्सों को सरकारी अस्पतालों में भेजने का आदेश दिया था। इस आदेश के बाद नर्सिंग एसोसिएशन ने ट्रांसफर का विरोध शुरू कर दिया है। वहीं पदोन्नति की मांग भी की जाने लगी है। केजीएमयू के महामंत्री प्रदीप गंगावर ने बताया कि केजीएमयू द्वारा नियुक्त की गई 273 नर्सों का छह वर्ष का कार्यकाल पूरा हो चुका है, इनमें से कई नर्सोंं को कार्यवाहक सिस्टर इंचार्ज की पोस्ट देकर कार्य कराया जा रहा है, जबकि नियमानुसार रिक्त पदों पर पदोन्नति की प्रक्रिया पूर्ण हो जानी चाहिये थी, परन्तु अभी तक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं की नर्सों के रहते केजीएमयू की नर्सों को वर्तमान पद के साथ उच्च पदों की जिम्मेदारी भी उठानी पड़ रही है।
अब जबकि स्वास्थ्य विभाग ने इन नर्सों को सरकारी अस्पताल भेजने का आदेश दिया है, ऐसे में केजीएमयू की नर्सों की पदोन्नति की जानी चाहिए। यदि ऐसा नहीं किया गया तो केजीएमयू की नर्सें अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जा सकती हैं।