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Wednesday, January 22, 2025

​पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए जनपद में 856 हेक्टेयर क्षेत्रफल में रोपे जायेंगे 825617 पौधे।


बहराइच(अब्दुल अजीज):NOI। पर्यावरणीय संतुलन बनाये रखने के उद्देश्य से जनपद का अधिक से अधिक भू-भाग को वनाच्छादित व वृक्षाच्छादित करने के लिए कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला वृक्षारोपण समिति की बैठक को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी अजय दीप सिंह ने कहा कि सार्वजनिक जीवन में वृक्षारोपण का बडा महत्व हैै। पौधरोपण को मात्र सरकारी कार्य न समझे बल्कि यह एक ऐसा पुनीत कार्य है जो हमारे पर्यावरण को सुरक्षित रखने तथा आने वाली पीढ़ियों को भी धरती पर बेहतर माहौल में साॅस लेने का अवसर प्रदान करेगा। शासन द्वारा वर्ष 2017-18 में विभागवार आंवटित लक्ष्यों का अक्षरशः पालन किया जाय। 
जिलाधिकारी श्री सिंह ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया कि जनपद के निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रत्येक कार्यदायी विभाग आवंटित लक्ष्य की प्राप्ति के लिए वृक्षारोपण स्थल का चयन, रोपित किये जाने वाले पौधों का स्थल तथा प्रजातिवार संख्या का अनुमान्य, पौधों की प्राप्ति के लिए पौधशाला का चिन्हीकरण, वृक्षारोपण क्रियान्वयन के लिए उत्तर दायी कर्मचारी या व्यक्ति का नाम आदि का विवरण आदि की कार्ययोजना तैयार कर एक सप्ताह के अन्दर प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय वृक्षारोपण समिति द्वारा वृक्षारोपण के रख-रखाव पर विशेष बल दिया जायेगा, क्योंकि रोपण से अधिक महत्वपूर्ण रोपित पौधों की सुरक्षा का कार्य है। 
उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रकार के अच्छे पौधे उपलब्ध है वृक्षा रोपण के दौरान अच्छे पौधों का चयन किया जाय। वृक्षारोपण सीजन में लोगों में जागरूकता लाने के लिए अधिक से अधिक जन-जागरूकता अभियान चलाया जाय। जिससे आमजन प्रेरित होकर अपने निजी भूमि पर वृक्षा रोपण कर सके। उन्होंने जिला बेसिक अधिकारी को निर्देश दिया कि बच्चों में पौधों के प्रति प्रेम जागृत एवं वृक्षारोपण के महत्व को उजागर कर प्रत्येक स्कूली बच्चों को एक-एक पौध रोपित करने के लिए प्रेरित किया जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि वृक्षा रोपण में जन प्रतिनिधियों की सहभागिता अवश्य सुनिश्चित करायें। उन्हांेने डीएफओ को निर्देश दिया कि जुलाई से सितम्बर तक आयोजित होने वाले तहसील दिवसों उपस्थित रहकर वृक्षारोपड़ व वृक्षों के सुरक्षा पर फोकस डाले।                                                       
बैठक के दौरान बताया गया कि वर्ष 2017-18 जनपद में 856 हेक्टेयर क्षेत्रफल में 825617 पौधों का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें वन विभाग (बहराइच वन प्रभाग व कतर्नियाघाट वन जीव प्रभाग) द्वारा 753 हे क्षेत्रफल में 712000 पौधे, ग्राम्य विकास विभाग द्वारा 68 हे. क्षेत्रफल में 75200, औद्योगिक विकास विभाग द्वारा 05 हे. क्षेत्रफल द्वारा 5200, सिंचाई विभाग द्वारा 11 हे. क्षेत्रफल 11700, लोक निर्माण विभाग द्वारा 02 हे. में 2600, माध्यमिक शिक्षा द्वारा 04 हे. में 3900, बेसिक शिक्षा द्वारा 02 हे में 2667, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा 03 हे. में 3250, नगर विकास विभाग द्वारा 02 हे. में 2600 तथा रेशम विभाग द्वारा 06 हेक्टेयर में 6500 पौध रोपण का लक्ष्य रखा गया है। 
बैठक में बताया गया कि भारतीय वन सर्वेक्षण रिपोर्ट 2015 के अनुसार उत्तर प्रदेश के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का वनावरण 14.461 वर्ग किमी व वृक्षावरण 7.044 वर्ग किमी अर्थात कुल वनावरण व वृक्षावरण 21,505 वर्ग किमी जो प्रदेश के भौगोलिक क्षेत्रफल के सापेक्ष 8.93 प्रतिशत है। 
वृक्षारोपण कार्य में वन विभाग के विभागीय वृक्षारोपण का शत-प्रतिशत स्थलीय सत्यापन सम्बन्धित वन विभाग संरक्षकों द्वारा अन्र्तप्रभागीय जाॅच दलों, अन्य विभागों के विभागीय वृक्षारोपण कार्यों का स्थलीय सत्यापन जिलाधिकारी जिला वृक्षारोपण समिति के माध्यम से अन्र्तविभागीय जांच समिति गठित कर किया जायेगा तथा सम्बन्धित विभाग जिन्हें विभागीय वृक्षारोपण के लक्ष्य आवंटित किया गया है, द्वारा स्थलवार पौंधों की सूचना विकास खण्डवार जिला स्तरीय अधिकारी के कार्यालय में रखा जायेगा। 
इस अवसर पर डीएफओ बहराइच आरपी सिंह, कर्तनियाघाट जेपी सिंह, उप निदेशक रेशम एके सिंह, बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. अमरकान्त सिंह, डीएचओ महेश कुमार श्रीवास्तव, खण्ड विकास अधिकारीगण व अन्य लोग मौजूद रहे। 

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