लखनऊ, दीपक ठाकुर। सोच बादल गई है क्योंकि प्रदेश बदल रहा है इन तस्वीरों को देख कर आप अंदाजा लगा सकते है कि कैसे पेट्रोलपम्प के कर्मचारी ग्राहकों को पानी पिला कर पुण्य कमाने का प्रयास कर रहे हैं।प्रदेश सरकार ने पेट्रोलपम्प पर जिस तरह हल्ला बोल कर उन सबकी बोलती बंद कर दी है जिसका सुबूत अब आपको हर पेट्रोल पम्मो पर मिल जाएगा जो जांच की आंच से बच गए है।
आज कोनेश्वर स्थित पेट्रोल पम्प का नज़ारा देख कर में भी दंग रह गया मैं जब उधर से गुजरा तो मैंने देखा कि पेट्रोल भरवाने वालों की लंबी लाइन लगी है बचते धूप में खड़े होकर अपने नंबर का इंतज़ार कर रहे थे क्योंकि कोनेश्वर स्थित जो पेट्रोलपम्प है उसकी दो मशीनें जांच में फेल होने पर सील कर दी गई है और जो एक पास हुई उसी से पेट्रोल बांटा जा रहा है तो इसी कारण भीड़ ज़्यादा थी जिसको नियंत्रित करने के लिए लंबी लाइन लगवाई गई थी इसी लाइन में खड़े लोगों को स्टाफ के लोग ट्रे में गिलास भर भर के पानी पिला रहे थे और छाव में खड़े होने की गुजारिश भी कर रहे थे मतलब ऐसी आवभक्ति तो पेट्रोल पम्पों पर कोई सोच भी नही सकता।
पेट्रोल पम्पों पर हुई इस कायापलट का सारा श्रेय हमारी एसटीएफ को और हमारी सरकार को जाता है क्योंकि सरकार इनके सामने झुकने के बजाए डट कर खड़ी रही क्योंकि इन्होंने हड़ताल कर सरकार को झुकाने का प्रयास किया था पर सरकार की दो टूक से इनको ये होश आया गया कि सरकार बदल चुकी है और जनता को धोखा देना इस सरकार को कतई भी गवारा नही है जनता के प्रति सरकार का रवैया देख कर इन्होंने भी सोचा होगा कि जनता की सेवा करलें तभी जो पाप हुआ वो मिट तो नही पर कम ज़रूर हो जाएगा।वैसे अगर यही सेवा भाव और सही पेट्रोल देने की आपकी शुरू से ही नीयत होती तो आज पछतावा करने के बजाए फक्र के साथ सभी टैंकों से पेट्रोल बांट रहे होते खैर देर आये दुरुस्त आये बस ऐसे ही रहिएगा यही जनता की उम्मीद है।