लखनऊ,दीपक ठाकुर। प्रदेश की राजधानी लखनऊ का पुराना लखनऊ क्षेत्र पिछले तीन दिनों से बिजली की लचर व्यवस्था के चलते त्राही त्राही कर रहा है रविवार को सुबह 12 बजे की गई 8 घंटे की अघोषित कटोती का सिलाइला बुधवार तक बदस्तूर जारी है जिस कारण उमस भरी इस भयानक गर्मी ने लोगो का जीना मुहाल कर दिया है।
योगी सरकार के दावों की बात की जाए तो इस मामले में वो पूरी तरह खोखले ही नज़र आ रहे हैं कभी ट्रांसफार्मरों की पुताई के नाम पर तो कभी उनके मेंटेनेंस के नाम पर बिजली विभाग पूरे क्षेत्र की बिजली गुल कर बैठ जाता है और तो और नीबूबाग पावर हॉउस के ज़िम्मेदार लोग ना ही किसी का फोन उठाते हैं और ना ही कोई सही जानकारी देते हैं जिससे जनता में काफी रोष भी व्याप्त रहता है।
लोगो के घरों में लगे इन्वर्टर भी जवाब दे जाते हैं पर विभागीय व्यक्ति कोई जवाब नही देता कई बार तो पावर हाउस जाने पर वहां का दृश्यं चौकाने वाला दिखाई देता है कुर्सी पे बैठा बिजली कर्मी कूलर की हवा खाता है और फोन का रिसीवर अलग रखा नज़र आता है ताकि उनके आराम में कोई खलल ना पड़े।
कमाल है इन सरकारी बिजली कर्मचारियों का जो जनता के लिए तो कुर्सी पर बैठ जाते हैं पर कुर्सी पाने के बाद उसी जनता की अनदेखी करते हैं देखा जाए तो अखिलेश सरकार में पुराने लखनऊ की विधुत आपूर्ति काफी दुरुस्त रहती थी यहां के लोग उस वक़्त को आज भी याद करते हैं जब अखिलेश सरकार में पंखा बेरोकटोक चलता था विभागीय कर्मचारी भी जनता की शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही करते थे पर योगी राज में दावे तो खूब हुए पर इनके ऐश के दिन आ गए ऐसा ही लगता है तनखा और बिजली का बिल तो टाईम पर चाहिए पर सुविधा देने में सरकार की किरकिरी कराने में ये विभाग भी नंबर वन ही बनता नज़र आ रहा है।