नई दिल्ली। पूर्व राजनयिक और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पोते गोपालकृष्ण गांधी विपक्ष की तरफ से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होंगे। विपक्षी दलों की बैठक में कई नामों पर चर्चा के बाद सर्वसम्मति से गोपालकृष्ण गांधी को उपराष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार बनाने का फैसला किया गया।
आपको बता दें कि गोपालकृष्ण गांधी पश्चिम बंगाल के गवर्नर भी रह चुके हैं। इससे पहले वह सिविल सेवा में थे। गोपालकृष्ण गांधी महात्मा गांधी के पोते हैं। इस मुद्दे पर विपक्षी दलों की बैठक पार्लियामेंट लाइब्रेरी बिल्डिंग में शुरू हुई थी, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद के साथ-साथ विपक्षी पार्टियों के कई नेताओं ने शिरकत की।
बैठक से पहले नेताओं ने सोमवार को जम्मू एवं कश्मीर के अनंतनाग जिले में अमरनाथ तीर्थयात्रियों पर हुए हमले जान गंवाने वालों के लिए दो मिनट का मौन रखा। उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन-पत्र दाखिल करने की आखिरी तारीख 18 जुलाई है। नामांकन-पत्रों की जांच 19 जुलाई को होगी। नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 21 जुलाई है। हामिद अंसारी 11 अगस्त, 2007 से उपराष्ट्रपति हैं। वह 11 अगस्त, 2012 को दूसरी बार भी इस पद के पर निर्वाचित हुए। उनका मौजूदा कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त हो रहा है।
बता दें कि गोपाल गांधी का नाम विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति उम्मीदवार की दौड़ में भी सबसे आगे था। खबरों के बाज़ार में ये चर्चा भी हो रही हे कि गांधी के नाम को एनडीए भी समर्थन दे सकती है। हालांकि ऐसी उम्मीद कम है, क्योंकि मोदी सरकार चाहती है इस बाद इस पद पर उनका ही नेता बैठे।
गोपालकृष्ण गांधी को सीपीएम सहित कई विपक्षी दल राष्ट्रपति पद के चुनाव में उम्मीदवार बनाने की वकालत कर रहे थे। लेफ्ट ने विपक्षी दलों की बैठक में गोपालकृष्ण गांधी के नाम का सुझाव रखा था। पर एनडीए की तरफ से रामनाथ कोविंद को उम्मीदवार बनाने के बाद विपक्ष ने पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार को प्रत्याशी बनाने का फैसला किया।
हालांकि, बीजेपी की ओर से रामनाथ कोविंद का नाम आगे बढ़ाए जाने के बाद विपक्ष को अपनी रणनीति बदलते हुए दलित उम्मीदवार मीरा कुमार को मैदान में उतारना पड़ा था। विपक्षी मीटिंग की एक खास बात यह भी रही कि इसमें जेडीयू भी शामिल हुआ।
राष्ट्रपति उम्मीदवार पर जेडीयू ने कोविंद को समर्थन देकर अलग राह चुनी है। पार्टी की ओर से शरद यादव मीटिंग में मौजूद रहे। इससे पहले विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति पद के लिए कांग्रेस उम्मीदवार मीरा कुमार को उम्मीदवार बनाया गया था। संसद परिसर में जारी इस मीटिंग में राष्ट्रपति पद पर विपक्ष का समर्थन नहीं करने वाली जेडीयू ने भी हिस्सा लिया।