सीतापुर-अनूप पाण्डेय:NOI।
उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर प्यार में धोखा खाये आशिक ने साथियों संग तिहरे हत्याकाण्ड को अंजाम दे डाला। रविवार से लेकर मंगलवार तक पुलिस की ताबड़तोड़ कार्यवाही ने 48 घण्टे के भीतर इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाले प्रेमी सहित उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया है। 5 साल के सम्बन्धों को दिल से लगा चुका प्रेमी दो बच्चों की मां से मिली बेवफाई को सहन नही कर सका। अपना सब कुछ लुटा देने के बाद मिले धोखे से खिसयाए प्रेमी ने अपने कुछ साथियों को साथ में लिया और मां सहित दोनों बच्चियों की हत्या कर दी। पूरे मामले में सीसी टीवी कैमरे लगाने और कम्प्यूटर से सम्बन्धित काम करने वाले यह हत्यारे पहली बार किसी अपराध के मामले में पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। हलांकि जिस तरह से इन्होने घटना को अंजाम दिया उससे लगता है कि किसी पेशेवर अपराधियों ने वारदात को अंजाम दिया हो। शहर के मोहल्ला गदियाना में पति से अलगाव होने के बाद अपने पिता के घर रहने वाली विभा पाण्डेय पत्नी प्रवीण पाण्डेय महत्वाकांक्षी महिला थी। 12 जनवरी की शाम विभा और उसकी पुत्रियां अराध्या और अरूणा घर से लापता हो गयी। 14 जनवरी को हरगांव थाना क्षेत्र के रक्शा पुल के निकट दो किलोमीटर के फासले पर एक बैग और बोरे में दो बच्चियों की लाशें मिली। पुलिस ने शवों को बाहर निकलवाया। उसी दिन शाम को बच्चियों की मामी ने शवों की शिनाख्त कर ली। इसी बीच आवास विकास कालोनी निवासी नवीन गुप्ता ने आईजीआरएस पर विभा और उसकी पुत्रियों के लापता होने की सूचना दी। दो बच्चियों के शव और उनकी लापता मां के प्रकरण को पुलिस ने गम्भीरता से लिया और एसपी आनन्द कुलकर्णी की टीम विवेचना में जुट गयी। क्षेत्राधिकारी नगर योगेन्द्र सिंह, सीओ सदर अंकित कुमार के नेतृत्व में 21 पुलिस कर्मियों की पांच टीमें बनाई गयी और ताबड़तोड़ दबिशों का सिलसिला शुरू हो गया। इस दौरान पुलिस ने नवीन गुप्ता को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। खुद को बचाने के तमाम प्रयास करने के बाद आखिरकार पुलिस की सख्ती के आगे नवीन टूट गया और उसने सच्चाई उगल दी। नवीन ने दिलीप शर्मा पुत्र ओम प्रकाश शर्मा निवासी ग्राम भवनपुर, राहुल पुत्र लल्लूराम लोध निवासी आनन्द नगर, मुकेश पुत्र स्वामी दयाल निवासी ग्राम रम्पुरवा शहर कोतवाली, जुबैर पुत्र इम्तियाज निवासी महमूदपुर, पंकज पुत्र विशुन रैदास निवासी गणेशपुरवा के साथ मिलकर विभा की हत्या का षड़यंत्र रचा। अपनी योजना के तहत नवीन 12 जनवरी की शाम विभा को बाजार कराने के लिये अकेले लेकर नैपालापुर स्थिति दिलीप की दुकान पर पहुंचा, जहां पर पहले से सभी साथी मौजूद थे। इन लोगों ने कम्प्यूटर पावर केबल से गला कसकर विभा की हत्या कर दी। उसके बाद सभी लोगों ने एक राय होकर फैसला किया कि विभा की दोनों बच्चियों को भी मारना पड़ेगा, क्योंकि उनकी वजह से पुलिस हम तक पहुंच सकती है। नवीन वापस विभा के घर गया और दोनों बच्चियों को साथ लेकर दिलीप की दुकान पर पहुंचा वहां रस्सी से गला कसकर दोनों बच्चियों की हत्या कर दी गई। घटना में शामिल मुकेश पुत्र स्वामी दयाल ने हत्या के बाद बड़ी पुत्री के साथ दुराचार किया। नशे की हालत में इन लोगों ने 13 जनवरी की रात शवों को ठिकाने लगाया। नानकारी निवासी राजेश अपनी जायलो गाड़ी लेकर आया और उसी में शव रखकर अलग-अलग स्थानों पर डाल दिया। नवीन और उसके साथियों ने हत्या के बाद बैग, रस्सी, टेप और बोरों को खरीदा। पुलिस ने यह भी जानकारी जुटा ली है कि इन लोगों ने यह वस्तुएं कहां सेे खरीदी थीं। शातिराना अंदाज में घटना को अंजाम देेने वाले नवीन और उसके साथियों ने खुद को बचाने का भरपूर प्रयास किया। एसपी आनन्द कुलकर्णी ने आज पुलिस लाइन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए घटना की पूरी जानकारी दी। पुलिस ने वारदात के मास्टर माइंड नवीन गुप्ता उसके साथी दिलीप और जुबैर को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी ने बताया कि शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिये दबिशें दी जा रही है। शवों को ठिकानें लगाने के लिये प्रयोग की गई जायलो गाड़ी को भी तलाश किया जा रहा है।
विभा से भावात्मक प्यार करता था नवीन
तिहरे हत्याकाण्ड का मास्टर माइंड बन चुका नवीन गुप्ता विभा को दिलोजान से चाहता था। 2012 में विभा से हुई मुलाकात धीरे-धीरे प्रेम सम्बन्धों में तब्दील हो गयी। नवीन विभा एक दूसरे के करीब आते गये, विभा की तमाम परेशानियों में नवीन ने न सिर्फ अपनी भागीदारी सुनिश्चित की बल्कि आर्थिक और मानसिक रूप से पूरा सहयोग भी किया। पति से अलगाव होने के बाद नवीन विभा का सहारा बन गया, उसकी दोनों पुत्रियों की देखभाल और पालन पोषण का जिम्मा भी उसने अपने ऊपर ले लिया था।