जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी की फैकल्टी ऑफ़ लॉ में बीए एलएलबी कोर्स में चौथे वर्ष के छात्र आसिफ शाह ने माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की डिजिटल इंडिया मुहिम से प्रभावित हो कर हेल्थ केयर सेक्टर में सम्पूर्ण डिजिटल समाधान देने के लिए एक डिजिटल हेल्थ केयर कंपनी लांच की है l ये एक क्लाउड बेस्ड इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्डिंग सिस्टम होगा l स्टेथो हेल्थ सिस्टम के नाम से आसिफ ने अपनी कंपनी की शुरुआत की है और जामिया के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, एम् ए अंसारी हेल्थ सेंटर के साथ समझौता किया है l समझौते के तहत आसिफ की कंपनी स्वास्थ्य केंद्र का पूरी तरह केन्द्रीकरण और डिजिटलीकरण करेगी l जामिया के कुलपति प्रोफेसर तलत अहमद ने इंजीनियरिंग फैकल्टी सभागार में इस प्रोजेक्ट की औपचारिक शुरुआत की l प्रोफेसर अहमद ने कहा, “इसकी शुरुआत करते हुए मुझे बहुत ख़ुशी महसूस हो रही है की हमारे छात्र इस तरह की सोच रखते हैं l उनकी सोच और आत्मविश्वास को सलाम l मेरे सामने जब आसिफ ने यह प्रस्ताव रखा तो मैं बहुत प्रभावित हुआ और इसके लिए हरी झंडी दे दी l यूनिवर्सिटी के छात्रों , अध्यापकों और कर्मचारियों के लिए यह सिस्टम बहुत लाभकारी साबित होगा l ” प्रोफेसर अहमद ने आसिफ को बधाई देते हुए यह भी कहा की वो अपनी कानून की पढाई भी सफलतापूर्वक पूरी करें l
स्टेथो हेल्थ सिस्टम कंपनी, जामिया के स्वास्थ्य केंद्र के सारे रिकार्ड्स को डिजिटल फॉर्म में तब्दील करेगी l मरीजों का सारा डाटा , दवा के पर्चे , क्लिनिकल और मेडिकल डाटा , अपॉइंटमेंट लॉग, क्लिनिकल जानकारी, मेडिकेशन हिस्ट्री और स्वास्थ्य केंद्र के स्वास्थ्य एनालिटिक्स डाटा को डिजिटल शक्ल दी जायेगी जो क्लाउड में सुरक्षित रहेंगे l ये सिस्टम दो हिस्सों में होगा जिसमे एक वेब बेस्ड पोर्टल होगा जो डॉक्टर के लिए होगा और दूसरा एक मोबाइल होगा एप होगा मरीज़ के लिए l मरीज़ अपने स्वास्थ्य से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी मोबाइल एप्प्लिकेशन से निकाल कर डॉक्टर से साझा कर सकता है और डॉक्टर सभी दवाइयां, सभी क्लिनिकल डाटा , सारी रिपोर्ट्स वेब बेस्ड पोर्टल से जोड़ सकता है l मतलब यह कि अगर मरीज़ दोबारा उसी डॉक्टर के पास जायेगा या किसी और भी डॉक्टर के पास जाएगा तो उसके पास एप में सारी मेडिकल हिस्ट्री मौजूद होगी l डॉक्टर के लिए मरीज़ की समस्या समझने में ये मेडिकेशन हिस्ट्री काफी लाभदायक साबित होती है l हिस्ट्री के मुताबिक डॉक्टर और ज्यादा सटीक इलाज बता सकेगा l इस पहल के बाद जामिया ऐसी पहली यूनिवर्सिटी बन गयी है जहाँ हेल्थ केयर सिस्टम को पूरी तरह डिजिटल किया जा रहा है l जामिया के 19 हज़ार छात्र और 10 हज़ार मौजूदा और पूर्व कर्मचारियों को इस सिस्टम से फायदा होगा l
हमेशा से उद्यमिता में विशवास रखने वाले छात्र आसिफ अपनी कंपनी और जामिया के साथ हुए समझौते से बेहद खुश हैं l आसिफ शाह ने कहा ” मैं हमेशा से ENTREPRENEURSHIP में यकीन रखता हूँl डिजिटल इण्डिया मुहीम से भी मैं प्रभावित हूँ और इस वजह से मैंने यह कंपनी शुरू की l क्यूंकि मैं जामिया का छात्र भी हूँ इस वजह से मेरा पहला कर्तव्य है की यह सिस्टम जामिया को दिया जाए और मैंने कुलपति प्रोफेसर तलत अहमद से बात की l उन्होंने मुझमे भरोसा दिखाया और प्रस्ताव को मंज़ूर किया l ”
आसिफ मानते हैं की बेहतर स्वास्थ्य सेवा की कमी में वैज्ञानिक समस्या नहीं बल्कि सूचना की कमी ज्यादा बड़ी समस्या है l आसिफ के साथ उसकी डॉक्टर बहन रुबिया शाह और उनके दोस्त आसिफ चौधरी कंपनी में अहम् ज़िम्मेदारी देखेंगे l आसिफ शाह कंपनी के सीईओ, आसिफ चौधरी सीओओ और रुबिया चौधरी डाटा आंकलन का काम सम्हालेंगे l आसिफ की कंपनी को जल्द ही तीन राज्यों में प्रोजेक्ट मिलने की उम्मीद है l आसिफ चाहते हैं की विदेशों में भी अपनी कंपनी का कारोबार फैलाएं l