जौहर सिद्दीकीकेरल में यूथ कांग्रेस ने मोदी सरकार के नोटिफिकेशन के विरोध में सरे बाजार बीफ पार्टी किया, पूरे उत्तर भारत ने एक सुर में इसकी निन्दा की, (राजनाथ सिंह जैसी निंदा नही, असली निंदा) राहुल गांधी ने तुरंत एक्शन लेते हुये, उन सभी 16 कार्यकर्ताओं को कांग्रेस से निष्कासित कर दिया।अब अख़लाक़, पहलू खान जैसे भारत के नागरिक को याद कीजिये, जिन्हें बीफ खाने और तस्करी के झूठे इल्ज़ाम में बीजेपी के वीर नेताओं और समर्थकों ने भीड़ बन कर जान से मार डाला, और उसपर योगी आदित्यनाथ, गुलाब चंद कटारिया जैसे मुख्यमंत्री और राज्य गृहमंत्री समेत बीजेपी के नेताओं के बयानों को पढिये। और फर्क महसूस कीजिये, मुसलमान बीजेपी से खुद बा-खुद दूर नही हुये हैं, बल्कि बाबरी मस्जिद के नाम पे, गोधरा के नाम पर, गुजरात दंगे के नाम पर, मुसलमानों के खिलाफ ज़हर उगलते बयानों के नाम पर, मुसलमानों के रहन सहन पे टिप्पणियों के नाम पर, मुसलमानों के खान-पान के नाम पर, शरीयत में ग़ैरज़रूरी दख़ल के नाम पर, और इस तरह की ना जाने कितनी बातें है उन सभी के नाम पर खुद बीजेपी ने मुसलमानों को अपने आप से दूर किया गया है, वरना सोंचिये क्या आज़ादी के बाद कांग्रेस के रहते सिर्फ बीजेपी पार्टी ही देश के अस्तित्व में आई है?कांग्रेस पार्टी में लगभग 90% नेता हिन्दू हैं, उसमे भी लगभग 70% स्वर्ण जाती के हैं मतलब, राजनाथ सिंह, मोहन भागवत, अरुण जेटली, योगी आदित्यनाथ की जाती से। उसके बाद भी देखिये और समझिये तो नरेंद्र मोदी, अमित शाह, रविशंकर प्रसाद, केशव प्रसाद मौर्य जैसे नेताओं की जाती के नेता भी हैं, फिर मुसलमान इन्ही जाती के कांग्रेस और दूसरी पार्टी के नेताओं को वोट दे देते हैं लेकिन बीजेपी के इन्ही जाती के उम्मीदवारों को वोट क्यों नही देते हैं।
अगर अब भी आपकी समझ कुछ समझने को तैयार नही है तो, आपको बेहतर पता है, आप किनसे मोहब्बत और किनसे नफरत करते हैं। प्यार सिर्फ दिखावे का नाम नही है, प्यार करने के लिये प्यार का होना भी बहुत ज़रूरी है।।