लखनऊ, दीपक ठाकुर। उत्तर प्रदेश में 17वी विधान सभा का गठन हो चुका है उसी की आज पहली कारवाई चलाये जाने का दिन था इस बार सत्ता पक्ष मज़बूती के साथ भारी संख्या में नज़र आ रहा था और विपक्ष कमज़ोर पर विपक्ष तो विपक्ष ही होता है जिसे ये आदत सी होती है कि कैसे भी सत्ता पक्ष का काम रोका जाए जिसकी शुरुआत आज पहले दिन ही कमज़ोर विपक्ष ने कर दी।
विधान सभा का सत्र ठीक 11 बजे शुरू हुआ राज्यपाल महोदय ने जैसे ही अभिभाषण पढ़ना प्रारम्भ किया वैसे ही विपक्ष उन पर हाबी हो गया और अपनी ओछी हरकतों से सत्र को आज के लिए स्थगित करवाने में सफल भी हो गया हंगामा ऐसा की जितनी भी निंदा की जाये कम है राज्यपाल महोदय पर कागज़ का गोला फेंके जाने को आप क्या कहेंगे।
अब कल 11 बजे फिर ऐसी ही तस्वीर दिखाई देगी इसका आकलन करना कोई बड़ी बात नही क्योंकि विपक्ष में इस बार हार की ऐसी टीस है कि वो किसी सूरत में सत्र चलने देगा इसकी कोई उम्मीद नही है क्योंकि आज अखिलेश मुस्कुरा रहे थे योगी मंथन कर रहे थे तो यहां कहना यही है कि उपद्रवियों को बाहर कर सत्र चलाइये जनता ने उम्मीद जताई है उसे पूरा करिये।