इलाहाबाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय में नवनियुक्त छात्रसंघ के पदाधिकारी छात्र संघ भवन के उद्घाटन के लिए उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को आमंत्रित किया है । जिसके लिए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आने पर अपनी सहमति भी जता दी है । लंबे अरसे बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रसंघ का उद्घाटन करने सूबे के पूर्व मुखिया के तौर पर अखिलेश यादव पहुंच रहे हैं। देश की राजनीति में राजनीत की नर्सरी कहे जाने वाले विश्वविद्यालय में समाजवादी पार्टी की छात्र इकाई समाजवादी छात्र सभा ने अध्यक्ष सहित 4 पदों पर जबरदस्त जीत हासिल की। राष्ट्रवाद और भगवा लहर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को करारी मात दी थी। जिसमें बतौर अध्यक्ष अवनीश यादव ने विश्वविद्यालय में छात्रसंघ की कमान संभाली है।
14 फरवरी को बतौर मुख्य अतिथि अखिलेश यादव इविवि में होंगे
इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ के उद्घाटन के लिए आगामी 14 फरवरी को बतौर मुख्य अतिथि अखिलेश यादव छात्र संघ भवन का उद्घाटन करेंगे । विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष अवनीश यादव अपने तमाम पदाधिकारी साथियों के साथ कार्यक्रम को भव्य बनाने में जुटे हुए हैं । अवनीश यादव ने पत्रिका से बातचीत में कहा कि समाजवादी पार्टी के मुखिया और हमारे नेता का भव्य स्वागत प्रयाग की धरती पर होगा । और उसका संदेश देश की राजनीति में एक बार फिर विश्वविद्यालय के कैंपस के युवा तरुणाई के जरिए जाएगा।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने पत्र जारी कर अखिलेश यादव के कार्यक्रम की सहमति की पुष्टि की । साथ ही उन्होंने पत्र में लिखा है कि 1964 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के तत्कालीन छात्र संघ अध्यक्ष और समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता बृज भूषण तिवारी के अध्यक्षता में छात्र संघ भवन का उद्घाटन करने समाजवाद के शिखर पुरूष और समाजवादी विचार की विरल धारा को निरंतर प्रवाहित करने वाले डॉक्टर राम मनोहर लोहिया शामिल हुए थे ।और अब एक बार फिर एक युवा कमान अपने हाथों में लिए समाजवादी पार्टी के पुरोधा अखिलेश यादव इलाहाबाद विश्वविद्यालय की माटी से युवाओ का सम्मान करेंगे।
राजेंद्र चौधरी के पत्र दिग्गजों का जिक्र
राजेंद्र चौधरी ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के राजनीतिक इतिहास का जिक्र करते हुए अपने पत्र में लिखा है । कि इस विश्वविद्यालय से समाजवाद के बड़े पुरोधाओं ने जन्म लिया है । उन्होंने लिखा है कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्रा श्याम कृष्ण पांडे मोहन सिंह बिनोद चंद दुबे सतीश अग्रवाल सहित तमाम राजनीतिक चेहरे इसी छात्र संघ भवन से निकलकर देश की राजनीति में अपनी पहचान स्थापित किए और सोशलिस्ट धारा के रूप में प्रतिनिधियों को प्रसिद्धि मिली । साथ ही देश के अलग.अलग विचारधाराओं से जुड़ने वाले छात्र नेता आज देश की राजनीति में अपनी अलग पहचान रखते हैं।
देश की राजनीत विवि की गहरी पैठ
पूरब का एक्सपोर्ट कहां जाने वाला विश्वविद्यालय देश की राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र हुआ करता था । विश्वविद्यालय ने आजादी की लड़ाई से लेकर आजाद भारत में लोकतंत्र की बहाली की जंग और फिर लोकतंत्र को परवान चढ़ा कर सही ढंग से आगे बढ़ाने का जिम्मा विश्वविद्यालय के युवाओं ने लिया । कभी देश की राजनीति की लहर से इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रसंघ से तय हुआ करती थी । देश की राजनीति में सैकड़ों की संख्या में राजनेता इलाहाबाद विश्वविद्यालय की प्राचीर से निकल कर लाल किले और संसद तक पहुचे है । पूर्व प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर सहित अलग.अलग राज्यों के तमाम मुख्यमंत्रियों का छात्रसंघ और विश्वविद्यालय से गहरा नाता रहा है।
विश्वविद्यालय आने के सियासी मायने
तो वही अखिलेश यादव के कार्यक्रम की सूचना मिलते ही सियासी गलियारों में भी सुगबुगाहट शुरू हो गई है । फूलपुर लोकसभा के उपचुनाव से पहले इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रसंघ में भगवा ब्रिगेड को करारी मात देने के बाद अब उपचुनाव के मैदान में उतरने की तैयारी छात्रसंघ के उद्घाटन के तौर पर मानी जा रही है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद खाली हुई फूलपुर लोकसभा की सीट पर कभी भी चुनाव की घोषणा हो सकती है। ऐसे में अखिलेश यादव का कार्यक्रम विश्वविद्यालय में तय होना एक राजनीतिक चर्चा का विषय भी है ।बता दें कि छात्र संघ चुनाव के बाद समाजवादी पार्टी के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को शपथ ग्रहण समारोह में समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेताओं का जमावड़ा रहा । और यह माना जाता रहा कि फूलपुर क