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बजट सत्र ख़तम होते ही सोनिया गाँधी की अध्यक्षता में विपक्षी पार्टी ने बड़ी बैठक की, बैठक में पुरे देश के 17 पार्टियां शामिल हुई, ये बैठक 2019 लोकसभा में बनने जा रही गठबंधन को लेकर हुआ है, सोनिया गाँधी ने सभी पार्टी को साथ आने की अपील करते हुए कहा है के राष्ट्रीय चुनाव में आप हमारा साथ दें भले आप विधान सभा में अलग होकर लार लें लेकिन भाजपा को हटाने के लिए हम सब को एक साथ आना ही पड़ेगा|
17 दल का मिला कांग्रेस को समर्थन|
समाजवादी पार्टी, तिरनमूल कांग्रेस, राजद समेत पुरे भारत वर्ष से कुल 17 पार्टियां बैठक में शामिल हुई और 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान किया, बैठक में पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह भी मौजूद थे, मनमोहन सिंह ने बजट को लेकर मोदी सर्कार पर बड़ा हमला बोलते हुए बजट को असफल करार दिया वहीँ बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी भी मौजूद रहे|
नहीं पहुंची मायावती|
सोनिया गाँधी ने BSP प्रमुख्य मायावती को भी न्योता भेजा था लेकिन मायावती नदारद रही उनके न आ पाने का अब तक खबर सामने निकल कर नहीं आ रही है लेकिन उनका न आना कांग्रेस के लिए एक खतरे के घंटी जैसी है क्यूंकि अगर उत्तर प्रदेश के 80 लोकसभा सेटों पर महागठबंधन नहीं हुआ तो भाजपा को फायदा पहुँच सकता है, कांग्रेस की ऐसी तयारी देख कर तो ऐसा ही लगता है जैसे इस बार के लोकसभा चुनक में कांग्रेस कोई गलती नहीं करना चाहती इसीलिए सभी को साथ लेन की कवायद अभी से ही शुरू हो गई है|