लखनऊ, दीपक ठाकुर। बसपा सुप्रीमो बहन मायावती की चुनावी जन सभा में वैसे तो सभी दलों पर कई आरोप लगाए जा रहे हैं पर भारतीय जनता पार्टी को ले कर उनके भाषणों में ख़ासा गुस्सा नज़र आता है।गुस्सा इस हद तक रहता है कि बहन जी जब भी केंद्र की नीति को लेकर सरकार को कोसती है तो सीधे तौर पर ये कहती है कि बीजेपी एंड कंपनी ने देश की जनता को ठगा है।
अपनी चुनावी जनसभा के दौरान हर बार बीजेपी को बीजेपी एंड कंपनी कह कर अपने दिल की भड़ास निकालती नज़र आती हैं।
वो कहती है कि बीजेपी एंड कंपनी के लोग खुद तो शीशे के घरों में रहते हैं पर दूसरों के घरों में पत्थर मारने में नहीं हिचकिचाते।
नोट बंदी से नाराज़ बहन जी ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि अपनी नाकामी को छिपाने के लिए ये फैसला लिया गया जिससे जनता का ध्यान उस तरफ से भटकाया जा सके।
बसपा सुप्रीमो जिस तरह अपने भाषणों में बीजेपी के लिए सख्त रुख अपनाये है क्या ये रुख चुनाव बाद भी रहेगा या सम्बन्धों में मधुरता आने के बाद स्वर भी बदल जायेंगे ये देखना रोचक होगा। क्योंकि राजनीति में दुश्मनी कब दोस्ती का चोला ओढ़ ले कहा नहीं जा सकता।
वैसे बहन जी को समर्थनों की जो लंबी लिस्ट आई है उससे यक़ीनन उनके जोश में इज़ाफ़ा हुआ होगा अब वो तो यही मान रही होंगी की जनता उनका साथ देगी ताकि वो विरोधियों पर ऐसे ही हावी रह सके।।
पर चुनाव का नतीजा क्या आयेगा इसका अनुमान लगाना इस वक़्त बड़ा मुश्किल है अभी मंज़िल दूर है फिलहाल आरोप प्रत्यारोप से ही सभी दलों को संतुष्ट रहना पड़ेगा।