लखनऊ, दीपक ठाकुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्ता संभालने के बाद खुद को तो जनता के प्रति समर्पित कर दिया पर उनके सिपाह सालार ऐसा कर पाने में नाकाम साबित हो रहे है जो योगी जी के लिए चिंता की बात है।
योगी जी ने कुर्सी संभालते ही हर विभाग पर खुद जा कर निरीक्षण किया था और वहां की अव्यवस्था देख अधिकारियों की क्लास भी ली थी नतीजा ये हुआ कि सभी लोग कार्यालय दुरुस्त करने में जुट गए जो कि अच्छी बात है ऐसा ही उनका दौरा कई थानों पर रहा जहाँ योगी जी ने हिदायत दी कि जनता की बात को तवज्जो दी जाए और उनसे संपर्क साध कर उनके मन से खाखी का ख़ौफ़ मिटाया जाए इस हिदायत के बाद कई तस्वीरें इस तरह की आई जिससे लगा कि वाकई मुख्यमंत्री जी को गंभीरता से लिया जा रहा है।
पर दुख की बात ये है कि जैसे जैसे समय बीत रहा है वैसे वैसे एक्शन में कमी आ रही है ऐसा क्यों हो रहा ये चिंता की बात है क्योंकि जब पुलिस योगी जी की बात पर अनुसरण करती थी तब और अब के अपराध के ग्राफ में काफी परिवर्तन आया है जो जनता के लिए सही संदेश नही दे रहा अब कई चीजें ऐसी हैं जो पहले दिखती थी और अब नदारद है शायद ये बात अपराधी अच्छे से जान गए हैं कि शुरुआत में सब टाइट रहता है बाद में पुराना ढर्रा ही अपनाया जाता है।
तो कहना सिर्फ इतना है कि मुख्यमंत्री जी सोच और विचार आपके अच्छे हैं पर सबके ऐसे ही हो ये आकलन करना मुश्किल है अभी कमान आपके हाथ है तो ज़रा कस के पकड़े रहिये क्योंकि आदत पुरानी है जाते जाते ही जाएगी। आप तो सबका साथ सबका विकास ले कर चल रहे हैं पर पर यहां बात कुछ और ही होती है यहां अपना विकास पर ज़्यादा जोर दिया जाता है ये बात किसी से छिपी भी नही है हर व्यक्ति जनता है।