लखनऊ,दीपक ठाकुर। उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव में अपनी पार्टी की करारी शिकस्त के बाद बसपा सुप्रीमो काफी दुखी हैं ये दुख उनको अपनी पार्टी की हार का नही बल्कि उनका मानना है कि भाजपा ने बेईमानी से उनकी पार्टी को हराया है यही वजह है कि ईवीएम में गड़बड़ी करने का आरोप भी सबसे पहले उन्होंने ही लगाया था वैसे तो वो कोई मौका नही छोड़ती भाजपा को कटघरे में खड़ा करने का पर बाबा साहब पर अन्य पार्टियों का प्रेम भी उनको रास नही आ रहा है।
बहन मायावती नें भाजपा और हिन्दू धर्म पर आरोपों की झड़ी लगाते हुए कहा कि इनके द्वारा ओबीसी को शूद्र और दलितों को अतिशूद्र बनाया जाता था हिंदू धर्म के उच्च वर्ग के लोग उनसे गुलामी कराते थे।उनका कहना था किदेश में आजादी से पूर्व ही धर्म परिवर्तन कराया गया जिस कारण गुलामी की वज़ह से बड़ी संख्या में दलित वर्ग नें धर्म परिवर्तन किया था उनका ये भी कहना था कि छुआछूत की वज़ह से धर्म परिवर्तन हुआ था।
उन्होंने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने इस व्यवस्था को बदलने के लिये संघर्ष किया उन्होंने खुद दलित और पिछडो के अधिकारों के लिये लड़ाई लड़ी।बाबा साहब ने अंग्रेजों से दलितों को अधिकार दिलाये।
इस मौके पर भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने 1989 मे वीपी सिंह सरकार को इसलिए गिरा दिया था ताकि मंडल कमीशन रिपोर्ट लागू न हो पाये और अब भाजपा खुद को पिछडो का समर्थक बता रही है।
उनका चुनावी हार को लेकर फिर एक बार ये बयान आया कि भाजपा ने बेईमानी से चुनाव में जीत हासिल की है उनका आरोप है कि भाजपा नें पिछडो को धोखा दिया है पिछडे वर्ग की जगह योगी को सीएम बना कर।
आज के दिन उन्होंने अयोध्या मसले पर भी आरोपों कि झडी लगाते हुए कहा कि अयोध्या में मस्जिद ढहाये जाने के मामले में भाजपा ने कल्याण सिंह को बलि का बकरा बनाया था। क्योंकि कल्याण सिंह पिछड़े वर्ग से थे इसलिए।बहन जी यहीं नही रुकी उन्होंन पिछडे वर्ग से अपील तक कर डाली की भाजपा उनके खिलाफ दुष्प्रचार कर रही है इसलिए उनकी बातों में ना आये।
माया का एक संगीन आरोप ये भी था कि भाजपा यूपी को पकिस्तान बनाने में लगी है जिसे वो कभी पूरा नही होने देंगी।उन्होंने कहा कि 2007 में जब भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई तब भी मुसलमानों ने हम पर भरोसा किया था और आज़ भी मुसलमानों एवम पिछ्डो का भरोसा बसपा पर ही है।
गन्ना मिल पर उजागर हो रहे घोटालों पर उनका कहना था कि उनकी सरकार में ये मंत्रालय कभी उनके पास नहीँ था बल्कि थानसीमुद्दीन सिद्दीकी के पास था ये विभाग तो मुझे बेवजह परेशान करने की कोशिश की जा रही है। यहां बसपा सुप्रीमो ने अपनी अगली रणनीति का भी एलान कर दिया वो ये की वो भाजपा के चरित्र को सामने लाने के लिये विपक्षी दलों के साथ भी चलने को तैयार हैं।
बहन कुमारी मायावती के भाई आनँद कुमार को पार्टी संगठन मे शामिल करने का भी ऐलान कर दिया उन्होंने कहा कि भाई आनंद को बसपा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया जाएगा हालांकि वो एमएलए का चुनाव नहीँ लड़ेंगे।पर उनके शामिल होने से मायावती की गैर मैजूदगी में भी पार्टी की आर्थिक गतिविधियों का संचालन होता रहेगा।
मायावती ने योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार जाति और धर्म के आधार पर कार्रवाई कर रही है उनका आरोप था अवैध बूचड़खानों को हटाने के लिये समय क्यों नहीँ दिया गया। उनका ये भी कहना था कि कर्जमाफी पर किसानों के साथ धोखा किया गया है। और शराब बंदी पर भी प्रदेश सरकार का रवैया भेदभाव पूर्ण है। हालांकि तीन तलाक के मुद्दे पर उन्होंने कोर्ट पर विश्वास जताया और कहा कि कोर्ट से ही मुस्लिम महिलाओं को इंसाफ मिल सकता है।
बहन कुमारी मायावती ने कई बातें बोली पर सबका जो निष्कर्ष निकल रहा है कि बहन मायावती उत्तर प्रदेश में पार्टी की खिसकती ज़मीन को लेकर काफी चिंतित है इसलिए अपना वोट बैंक दोबारा हासिल करने की जुगत में लग गई है वही भाई आनंद पर जो आईटी की तलवार लटकी है उसमें उनको मज़बूत करने के लिए पार्टी के अंदर एक मज़बूत पद देने का विचार बना लिया है।