महोबा। बीजेपी को लगातार मिल रही जीत ही पार्टी के पतन का कारण बनने वाला है। बीजेपी नेताओं मे एक अलग किस्म का घमंड आ चुका है जो पार्टी कार्यकर्ताओं को भी हजम नहीं हो रहा। इसका ही एक उदाहरण देखने को मिला यूपी के महोबा जनपद में जहां योगी सरकार के वन पर्यावरण, जंतु उद्यान मंत्री दारा सिंह विकास कार्यों की समीक्षा लेने पहुंचे थे। दरअसल मंत्री जी को अपनी पार्टी के नेताओं से बइज्जती झेलनी पड़ी। कार्यकर्ताओं ने मंत्री जी को खरी खोटी सुनाई और कहां कि जो काम सपा सरकार में 100 रुपये में होता था अब बीजेपी सरकार में हजार रुपये में होता है।
बात यहीं नहीं रूकी एक कार्यकर्त्ता ने मंच से मंत्री जी को गया राम आया राम तक बोल दिया। और कहां कि सरकार में कार्यकर्ताओं की न अधिकारी सुन रहे है और न ही नेता। लगता है आज भी सपा की ही सरकार है।
योगी सरकार से यूपी की जनता में भारी असंतोष है। सत्ता हासिल मात्र तीन महीने हुए है और जनता समेत पार्टी के कार्यकर्ता भी बीजेपी नेताओं की कार्यशैली से खफा हैं। योगी सरकार ने अपनी पहली कैबिनेट की मीटिंग में किसानों के कर्ज को माफ करने की बात कही थी जो अभी तक नहीं हुई है। सड़क 15 जून तक गड्ढा मुक्त करने को कहा था वो भी नहीं हुआ। दंगा, जातीय हिंसा, चोरी, डकैती, लूट, बलात्कार जैसी गंभीर अपराधिक घटना उत्तर प्रदेश में आम बात होती जा रही है।
गुरूवार को महोबा जिले के प्रभारी मंत्री और वन पर्यावरण मंत्री दारा सिंह विकास कार्यों की समीक्षा करने क्षेत्र में पहुंचे थे। तभी बीजेपी के एक कार्यकर्त्ता ने मंच पर अपनी शिकायत रखते हुए कहा कि अगर मैं सच बोलू तो सपा सरकार में जिस काम का 100 रुपये लगता था आज वहां पांच हजार रुपये लग रहे है। कार्यकर्त्ता नौकर नहीं है। लगता है कि जैसे आज भी सपा की ही सरकार है। आप लोगों ने लूट मचा रखी है जो काम सौ रुपये में होता था आज वह 5 हजार, 10 हजार में हो रहा है। कार्यकर्ता की कोई सुनने वाला नहीं है खनिज रॉयल्टी की दुकानों में खुलेआम बिक रही है। यहीं कार्यकर्ता ने कहा कि इस शिकायत पर गौर करिये नहीं तो समझेंगे की आया राम और गया राम। कार्यकर्त्ता की इस शिकायत पर मौजूद भाजपाइयों ने ताली बजाकर समर्थन भी किया। कार्यकर्त्ता की ऐसी नाराजगी देख मंत्री जी भी भौचक्के रह गए।
बाद में मंत्री दारा सिंह ने पत्रकारों से वार्ता की और निकम्में अधिकारीयों के खिलाफ कार्यवाही किये जाने की बात कही।