मध्य प्रदेश में सत्ताधारी भाजपा ने आदिवासी बहुल नगरीय निकायों के हो रहे चुनाव में चुनौती बने बागी प्रत्याशियों पर चाबुक चलाया है.
पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने एक साथ 8 बागी उम्मीदवारों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. चौहान ने ऐसे आठ पदाधिकारियों को 6 साल के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है जो पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव में डटे हुए थे.
-निकाय चुनावों में बीजेपी के लिए ‘बागी’ बने सिरदर्द
-नंदकुमार सिंह ने 8 बागी प्रत्याशियों को पार्टी से निकाला
-6 साल के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित
-पार्टी के प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ने पर कार्रवाई
बीजेपी से बाहर किये गए बागी प्रत्याशियों में खंडवा की अर्चना तिवारी, बुरहाननपुर की महिला मोर्चे की जिला महामंत्री लता अतराड़े, पार्षद गणेश खेते, अर्जुन मदन राव, प्रसाद यादव, मंडल मंत्री अनीता राय और रतलाम के सैलाना नगरपरिषद से अशोक आर.चौधरी, चन्द्रप्रकाश लायड शामिल हैं. 44 निकायों के हो रहे मतदान के लिए 11 अगस्त को वोट डाले जाएंगे. वर्तमान में 25 निकायों में भाजपा का कब्जा है.