नई दिल्ली: केंद्र की मोदी सरकार लागू किये गए पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत लगी बीफ पर लगी कथित पाबंदी को लेकर मेघालय बीजेपी में जमकर घमासान मचा हुआ है. इसी के चलते अब तक बड़े नेता पार्टी से इस्तीफा दे रहे थे लेकिन अब पांच हज़ार कार्यकर्ताओं ने पार्टी छोड़ने का एलान कर बीजेपी को बड़ा झटका दिया है.
बता दे की बीजेपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि वे अपनी संस्कृति और स्थानीय लोगों की भावनाओं से किसी किस्म की छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं. हाल ही में दो वरिष्ठ नेता बाचू मराक और बर्नाड मराक ने भी इसी मुद्दे पर पार्टी छोड़ी थी. जिसके बाद पार्टी ने इस मुद्दें पर अपने कदम वापस खींच लिए थे.
जनसत्ता की खबर के अनुसार टूरा जिले के बीजेपी यूथ विंग के अध्यक्ष विल्वर ग्रेहम डैंगो का कहना है कि ये एनडीए सरकार की उन कोशिशों का विरोध है जिनके तहत ये सरकार आदिवासी और दूसरे कई समूहों को दबाने की कोशिश कर रही है जो गोमांस खाते हैं. विल्वर ग्रेहम डैंगो भी केन्द्र के फैसले के विरोध में पार्टी छोड़ चुके हैं.
उन्होंने बताया कि पांच बीजेपी मंडलों का विलय कर दिया गया है और 5 हजार से ज्यादा पार्टी कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा दे दिया है. डैंगो कहते हैं कि हम अपने ही लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकते हैं, ये लोग हम पर विश्वास करते हैं. डैंगो के मुताबिक बीजेपी धर्म और राजनीति का घालमेल कर रही है, लेकिन हम ऐसा होते हुए नहीं देख सकते हैं.