लखनऊ दीपक ठाकुर।भारतीय जनता पार्टी आखिर किस बात से डर गई जो उसने मुस्लिम महिलाओं के बुर्के पर एतराज़ जाताना शुरू कर दिया।अब जब उत्तर प्रदेश में चुनाव के सिर्फ दो चरण ही शेष है तो फिर आखिर बीजेपी ने बुर्के में जांच की मांग क्यों कर दी कल तक यही भारतीय जनता पार्टी ये कहते नहीं थक रही थी की भाजपा पांचों चरण में सबसे आगे और बहुमत के करीब है तो फिर दो चरणों में ऐसा क्या होगा जिससे उसे बुर्के से हार का खतरा दिखने लगा।
यहाँ आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव आयोग से मांग की है कि वो मुस्लिम पर्दानशीं महिलाओं को मतदान के वक़्त ठीक से पहचान करने की व्यवस्था करें। भाजपा को इस बात का संशय है कि कहीं बुर्के की आड़ में फर्जी वोट ना पड़ जाये जिससे पार्टी को हार का मुह देखना पड़े।
भाजपा की इस मांग पर विरोधियों ने तो आपत्ति जताई ही है साथ ही मुस्लिम महिलाओं ने भी बीजेपी की फर्जी वोटिंग वाली शंका पर अपना रोष व्यक्त किया है मुस्लिम महिलाओं की माने तो वो इस तरह के काम नहीं करती जो उनके ईमान के खिलाफ हो।
यहाँ हो सकता है कि भाजपा के अंदर ये सोच उत्पन्न हो गई हो की कहीं विरोधियों द्वारा भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए इस तरह के हतकंडे अपनाये जा सकते है जिससे भाजपा सतर्क रहना चाहती है या फिर उनको इस तरह की रिपोर्ट मिली हो जिसके आधार पर ये मांग की गई हो।
इस पूरे मामले में एक बात तो तय है कि भाजपा की बुर्के को लेकर उठी इस मांग ने विरोधियों को उसे घेरने का एक और मौका दे दिया है अब इसका बीजेपी को कितना खामियाजा उठाना पड़ेगा या फायदा मिलेगा ये उत्तर प्रदेश के चुनावी परिणाम बता देंगे।