28 C
Lucknow
Thursday, May 15, 2025

​बुलंदशहर में हुई यह हत्या योगी आदित्यनाथ सरकार के दावों पर बड़ा सवाल खड़ा करती है?

तारीख- तीन मई. दिन- बुधवार. वक्त- शाम का. जगह- उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले का सोही गांव. बाहरी इलाके में स्थित एक आम के बागीचे में दो बुजुर्ग व्यक्ति चारपाई पर बैठे हुए हैं. लेकिन वे बगीचे की नहीं, बल्कि उन एक जोड़ी चप्पलों की निगरानी कर रहे हैं, जो उनके पास ही कुछ दूरी पर रखी हुई हैं. ये चप्पलें इसी गांव के रहने वाले 59 साल के गुलाम अहमद की हैं, जिन्हें एक दिन पहले ही कुछ लोगों ने पीट-पीटकर मार दिया था.


खबरों में दावा किया गया कि हमलावर हिंदू युवा वाहिनी से ताल्लुक रखने वाले लोग थे. वह संगठन, जिसे 2002 में योगी आदित्यनाथ ने बनाया था जो अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं. इस घटना को दो दिन से ज्यादा बीत गए. लेकिन गांव वालों को लगता है कि पुलिस जांच के सिलसिले में अहमद की चप्पलें तलाश करते हुए फिर आ सकती है. गांव के एक बुजुर्ग कहते भी हैं, ‘कौन जाने, पुलिसवाले फिर हमें इस बात के लिए ही परेशान करने लगें कि हमने अहमद के किसी भी सामान (जो हत्या के मामले से जुड़ा है) को हाथ क्यों लगाया.’


मंगलवार दो मई को सुबह सवा नौ के आसपास का वक्त रहा होगा. गुलाम अहमद 14 बीघा में फैले इसी आम के बागीचे के सामने इसी चारपाई पर बैठे थे. यह बगीचा उन्होंने गांव के ही अनिल शर्मा से पट्‌टे पर लिया था. तभी छह-सात लोग उनके पास आए, उन्हें जबरन मोटरसाइकिल पर बिठाया और पास एक दूसरे बागीचे में ले गए. वहां उन लोगों ने गुलाम को बुरी तरह लोहे की छड़ों और डंडों से पीटा. इसके बाद वे वहां से भाग निकले. बुरी तरह घायल अवस्था में ही गुलाम ने करीब 9.30 बजे किसी तरह शर्मा को फोन किया. उन्हें अपने हाल के बारे में बताया. इसी बीच नजदीक के बागीचे में काम करने वाले उनके भाई इस्लाम की भी उन पर नजर पड़ गई.


उस वक्त शर्मा उन्हें ले जा रहे थे. शर्मा बताते हैं, ‘मैं उनको मोटरसाइकिल से यहां (अपने बागीचे तक) लाया. चारपाई पर लिटाया और उन्हें पानी दिया. वे खून से लथपथ थे. अंदरूनी चोटें लगी थीं. सीन में दर्द की भी शिकायत कर रहे थे.’ इसके बाद गुलाम को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो गई.

मुस्लिम लड़के और हिंदू लड़की के भागने की घटना ने इस हत्या की भूमिका तैयार की

अहमद पीढ़ियों से सोही गांव में रह रहे थे. यह गांव बुलंदशहर के खुर्जा कस्बे से करीब 20 किलोमीटर दूर है. हर तरफ आम के बड़े-बड़े बागीचों और गेहूं के खेतों से घिरे हुए इस गांव की आबादी यही कोई 2,000 के आसपास होगी. इसमें ज्यादातर हिंदू हैं. चार परिवार मुस्लिमों के हैं. इनमें एक अहमद का भी है, जिनके लिए समस्या की शुरुआत करीब एक हफ्ते पहले ही हो गई थी. अप्रैल की 27 तारीख को अहमद के पड़ोस में रहने वाले रियाजु्द्दीन खान के 26 साल के बेटे यूसुफ के लापता होने की खबर सामने आई थी.

बाद में पता चला कि वह पड़ोसी फज़लपुर गांव की एक हिंदू लड़की के साथ भागा है. यूसुफ 11 अप्रैल को सऊदी अरब से लौटा था. उसके माता-पिता ने कर्ज लेकर उसे वहां काम करने के लिए भेजा था. लेकिन उसने गांव लौटकर सोही से करीब पांच किलोमीटर दूर पहासू कस्बे में नाई की दुकान खोल ली थी. उसके लापता होने की खबर मिलने के अगले दिन गांव के मुखिया समेत कुछ हिंदू परिवारों के सदस्य भी यूसुफ की तलाश में बाहर गए हुए थे. तभी खुद को हिंदू युवा वाहिनी का सदस्य बताने वाले कुछ लोग गांव आकर धमकी दे गए.

गुलाम के बेटे वकील बताते हैं, ‘वे लोग उस दिन (28 अप्रैल को) मोटरसाइकिलों पर आए थे. उन्होंने सिर पर भगवा पटका बांध रखा था. उन लोगों में एक आदमी जाना-पहचाना था. इसी गांव का रहने वाला- गोविंदर. उस रोज हमने उसे यह कहते हुए सुना था कि वह हिंदू युवा वाहिनी का सदस्य रह चुका है. उसने बताया था कि उसके साथ आए बाकी लोग भी संगठन के सदस्य रहे हैं. उन्होंने धमकी दी कि अगर लड़की एक-दो दिन में नहीं मिली तो गांव से सभी मुस्लिम परिवारों का खात्मा कर देंगे.’ गांववालों ने तब तक हिंदू युवा वाहिनी का नाम तो सुना था. लेकिन वे यह नहीं जानते थे कि गांव का कोई व्यक्ति उसका सदस्य भी रहा है.

इस बीच फज़लपुर गांव की जो लड़की भागी थी, उसके रिश्तेदारों ने पुलिस में यूसुफ के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. दोनों गांवों के लाेग तमाम जगहों पर उनको ढूंढ भी रहे थे. रिश्तेदारों, जान-पहचानवालों से पूछताछ की जा रही थी. जानकारियां मिल रही थीं कि यह जोड़ा एक से दूसरे गांव भाग रहा है. लगातार मोबाइल नंबर बदल रहा है. जबकि खुद को हिंदू युवा वाहिनी का सदस्य बताने वाले लोग इन दिनों में रोज सोही आ रहे थे, यह पता लगाने कि लड़का-लड़की मिले या नहीं. वकील बताते हैं, ‘हम उन सबके चेहरे नहीं पहचान सकते. क्योंकि वे अक्सर तब आते थे, जब हम यूसुफ व उस लड़की की 

Latest news
- Advertisement -spot_img
Related news
- Advertisement -spot_img

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें