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Friday, December 6, 2024

​बुलंदशहर: सीओ श्रेष्ठा ठाकुर के समर्थन में सड़कों पर उतरे लोग, BJP के खिलाफ लगाए नारे

बुलंदशहर। बीजेपी नेता और जिला पंचायत सदस्य के पति को जेल भेजने और फेसबुक पर टिप्पणी करने के बाद चर्चाओ में आईं बुलंदशहर की सीओ श्रेष्ठा ठाकुर को हटाये जाने के विरोध में युवा सड़को पर उतर आये हैं। युवाओं का कहना हैं कि बीजेपी सरकार ने श्रेष्ठा ठाकुर को हटाकर गलत किया हैं। बीजेपी की तानाशाही बर्दाश्त नही की जायेगी।

बता दें कि बीजेपी नेता को पिछले महीने बुलंदशहर में ट्रैफिक नियमों की अवहेलना करने पर जेल भेजने की वजह से चर्चा में आई डीएसपी श्रेष्ठा सिंह का ट्रांसफर कर दिया गया है। ट्रांसफर की वजह से एक बार फिर से वह चर्चा का विषय बनी हुई हैं। श्रेष्ठा सिंह ने अपने ट्रांसफर के बाद ‘As Thakur’ के नाम से बने फेसबुक अकाउंट पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है। श्रेष्ठा ने लिखा है ‘जहां भी जाएगा, रोशनी लुटाएगा, किसी चराग का अपना मकां नहीं होता।’ इसके साथ ही श्रेष्ठा ने यह भी बताया कि उनका ट्रांसफर बहराइच पर कर दिया गया है।

श्रेष्ठा ठाकुर ने लिखा कि ‘चिंता करने की जरूरत नहीं है, मैं खुश हूं। मैं इसे अपने अच्छे कामों के पुरस्कार के तौर पर स्वीकार कर रही हूं। आप सभी मेरे नए पोस्टिंग वाली जगह पर आमंत्रित हैं।’आपको बता दें कि श्रेष्ठा सिंह का ये पोस्ट सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। श्रेष्ठा सिंह ने जब से फेसबुक पर ये पोस्ट किया है उसके बाद से लोगों का उनके इस पोस्ट पर कमेंट आने लगे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि श्रेष्ठा को बीजेपी नेताओं के साथ की गई ‘गुस्ताखी’ की सजा मिली है, तो कुछ की दलील है कि यह सामान्य बात है क्योंकि कुल 244 अफसरों का ट्रांसफर हुआ है, अकेले श्रेष्ठा का नहीं।

आपको बता दें कि प्रदेश सरकार ने 244 पुलिस उपाधीक्षकों का ट्रांसफर किया है। ट्रांसफर किए गए अफसरों की लिस्ट में श्रेष्ठा सिंह भी शामिल हैं। श्रेष्ठा ने पिछले महीने ट्रैफिक नियम तोड़ने के मामले में स्थानीय बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं की क्लास लगाई थी। इस घटना का विडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। और उस वक्त से वो ‘लेडी सिंघम’के नामसे फेमस हो गई हैं।

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