नई दिल्ली। रघुवीर नगर के ख्याला इलाके में पिछले दिनों ऑनर किलिंग के शिकार हुए अंकित सक्सेना के श्रद्धांजलि समारोह में राजनेताओं की होड़ लग गई। इस दौरान मृतक के पिता ने दिल्ली के सीएम को कुछ ऐसा कहा कि सभी दंग रह गए, पढ़ें पूरी खबर…।
दरअसल अंकित सक्सेना के श्रद्धांजलि समारोह में एक संस्था के बुलावे पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी, स्थानीय भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा समेत अन्य लोगों में हिस्सा लिया। लेकिन जब परिजनों ने अंकित की मौत के बाद परिवार के गुजर बसर के संबंध में मुख्यमंत्री केजरीवाल से सवाल पूछा तो उन्हें उनसे उचित उत्तर का इंतजार था, लेकिन मुख्यमंत्री वहां से उठकर चलते बने। जिसके चलते स्थानीय लोग खासे नाराज हुए।
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वहीं कुछ देर बाद जब प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी परिजनों को सांत्वाना देने के लिए ख्याला पहुंचे तो उन्होंने मृतक अंकित के पिता यशपाल सक्सेना की पूरी बात सुनी और सांत्वाना दिया कि वह अपने स्तर पर हर संभव मदद को तैयार हैं। अंकित के पिता ने मनोज तिवारी से कहा कि वह बस इतना कहना चाहते हैं “मिस्टर केजरीवाल आप मुझसे गेम मत खेलो।” एक अभागे पिता ने कंधे पर बेटे की अर्थी उठाई और अब उसके साथ राजनीति नहीं होनी चाहिए।
अंकित सक्सेना के श्रद्धांजलि में पहुंचे मनोज तिवारी
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केजरीवाल दिल्ली के CM हैं न कि एक खास समुदाय के
मनोज तिवारी ने कहा कि वह अंकित की मौत को करीब से देखते हैं तो वह बर्बर हत्या रोंगटे खड़े कर देता है। अंकित की मौत के बाद जब वह परिजनों से मिलने आए थे तो आसपास के लोग ऑनर किलिंग और सांप्रदायिक तनाव जैसी बाते कर रहे थे। जिसे सुनकर वह विचलित हुए। केजरीवाल सरकार जब गत वर्ष सरेआम हत्या के शिकार एमएम खान और तंजीर अहमद के परिजनों को एक करोड़ रुपये मुआवजा दे सकती है तो अंकित की हत्या पर सिर्फ पांच लाख की आर्थिक सहायता क्यों? स्थानीय विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने मुख्यमंत्री के उठकर चले जाने पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि केजरीवाल एक खास समुदाय के मुख्यमंत्री हैं ना कि दिल्ली के।
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घर के समीप सरेआम हुई थी अंकित की हत्या
ख्याला में रहने वाले अंकित सक्सेना की हत्या की जांच कर रही पुलिस के अनुसार हत्या सिर्फ इसलिए की गई क्योंकि वह अपनी महिला मित्र के साथ शादी करना चाहता था। जबकि महिला मित्र के परिजन उसकी शादी होने से रोकना चाहते थे। पुलिस के अनुसार अंकित और उसकी महिला मित्र ने टैगोर गार्डन मेट्रो स्टेशन पर मिलने का प्लान किया था। अंकित किसी वजह से तय समय पर मेट्रो स्टेशन नहीं पहुंच पाया था। इसी दौरान लड़की के अभिभावकों ने अपने पड़ोसियों की मदद से घर की कुंडी खुलवाई और अंकित के घर उससे मिलने चले गए। लेकिन अंकित उन्हें घर के पास के चौराहे पर ही किसी से बात करता हुआ मिल गया। उन्होंने अंकित की मां के साथ मारपीट शुरू कर दी। उसके गले पर छुरे से हमला कर दिया। इस घटना ने समाज के हर उस व्यक्ति को झकझोर कर रख दिया है जो मानवता में यकीन रखता है।