बैंक आम इंसान की सुविधा के लिए है अगर ये भृम आपके दिमाग मे है तो इसे तुरंत निकाल दीजिये क्योंकि बैंक आम आदमी को सिर्फ दौड़ाता है और खास लोगो पर पैसा उड़ेलता है जिसका उदाहरण आएदिन हमको आपको देखने को भी मिलता है।
विजय माल्या को भूल जाइए वो करोङो रुपया बैंक से आसानी से ले कर भाग चुका है और अब नीरव मोदी हैं जो 7 साल से बैंक से पैसा लेते लेते करोड़पति बन गए और भाग गए वो भी पूरे 11 हज़ार करोड़ रुपये।
इतना इतना लोन बैंक से ये ले कैसे लेते है ये हमारी समझ मे नही आता आम आदमी अगर 5000 का लोन ले तो यही बैंक वाले चप्पल घिसवा देते है और करोङो दे कर सफाई देते नजर आते हैं।
अब आइये हमारी सरकार पर जो आम जनता के पैसों पर हुई लूट के बाद क्या कहती है।सरकार पहले देखती है कि मामला कब का है जिस समय का होता है पहले तो उस सरकार पर दोष मढ़ती है और अगर बात अपनी सरकार आती है तो कहती है कि घोटालेबाज़ बक्शे नही जाएंगे उनकी संपत्ति जब्त होगी और उनके खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया जाएगा।
क्या है ये सब क्या ये वो तमाशा है जो सरकार आम जनता को दिखा कर ये बताना चाहती है कि वो इस घोटाले को लेकर कितने संवेदन शील है या ये के जो कुछ भी हुआ उसका उसको इल्म नही था।अब आपको नही था तो किसको था ये बताइये बैंक को आपने इतनी ज़िम्मेदारी दे रखी है आम आदमी को बैंक से बांध कर रख दिया है नियम कानून तगड़ा कर दिया है किसके लिए आम आदमी के लिए और घोटालेबाजों के लिए दोनो हाथ से उड़ाने की छूट दे रखी है कमाल है सरकार और सरकारी संस्थाओं का जो उन्ही को देता है जो डकार तक नही मारते।