लखनऊ,दीपक ठाकुर। नगर निगम सफाई के प्रति लापरवाह नहीं है बस काम करवाने वाला सशक्त होना चाहिए। कुछ ऐसी ही कारवाही आज नगर निगम ने उस वक़्त दिखाई जब कार्यवाहक महापौर सुरेश अवस्थी ने स्वयं सफाई का आदेश दिया।बात कुछ ये है कि चौक स्थित बड़ी काली जी मंदिर जाने के लिए कोनेश्वर से जो मार्ग मंदिर तक जाता है उस मार्ग पर शुरुआत में हो नगर निगम कूड़ा पटवाने का काम करता चला आ रहा था पिछले कई वर्षों से इस बात पर नगर निगम ने कोई तवज्जो नहीं दी जिस कारण श्रद्धालुओ को उस पार से मंदिर जाते वक़्त कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता था।
पर इस बार की तस्वीर उत्तर प्रदेश में कुछ दूसरी निखर के आई है तो मंदिर समिति और मेला आयोजन समिति को उम्मीद जागी के इस बार कूड़ा हट जायेगा। इसी उम्मीद के साथ मेला आयोजन समिति ने मंगलवार को इसी मुद्दे को लेकर अनिश्चित कालीन धरना आरम्भ कर दिया जिसके माध्यम से शासन प्रशासन को ज्ञापन देना तय हुआ कि हमारी समस्या दूर की जाए।
अब जब प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है और स्वयं मुख्यमंत्री जी आदेशित कर चुके है कि मंदिरों पर सुरक्षा और सफाई व्यवस्था चुस्त दुरुस्त होनी चाहिए तो फिर किस अधिकारी और किस विभाग की मजाल जो सफाई या सुरक्षा में कोई लापरवाही रह जाए।
समिति द्वारा धरना देने की सुचना कार्यवाहक महापौर सुरेश अवस्थी जी को दी गई नतीजतन महापौर जी उस मार्ग पर पहुँच गए जहाँ धरना और कूड़ा दोनों ही मौजूद था साथ ही नगर निगम के अधिकारी भी मौजूद थे फिर क्या था महापौर जी ने कहा कि धरना समाप्त होते ही कूड़ा उठाने की कार्यवाही होनी चाहिए साथ ही ये भी देखना आवश्यक है कि दोबारा मंदिर के इस मार्ग पर कूड़ा ना फेका जाये। ये कह कर महापौर जी जैसे ही मंच से गए के फौरन नगर निगम की कूड़ा उठाने वाली गाड़ी ने कूड़ा उठाना प्रारम्भ कर दिया। देखिये कैसे गायब हुआ मार्ग पर पड़ा कूड़ा।
इस पुरे वाक्ये को तफ्तीश से समझाने का हमारा उद्देश्य बस इतना था कि नगर निगम पर जो काम के प्रति लापरवाही के आरोप लगते है उसका ज़िम्मेवार नगर निगम नहीं है बल्कि वो हैं जो उन्हें काम बताते ही नहीं प्रदेश में योगी आदित्य नाथ की सरकार ने सत्ता संभालते ही सभी विभाग को सही दिशा में काम करने का जो आदेश दिया उसमे विभाग तत्परता से जुटा है फिलहाल ऐसा कहा जा सकता है।
नवरात्रि मेला प्रबंधन समिति ने जिस उद्देश्य से धरना आयोजित किया था उसमें समिती को पूरी सफलता मिलते दिख रही है क्योंकि मौके पर कार्यवाहक महापौर की उपस्थित और पुलिस अधिकारियों और नगर निगम के साथ हुई बैठक व तुरंत हरकत में आया नगर निगम विभाग की कार्यशैली से तो यही लगता है कि इस बार बड़ी काली जी मंदिर मार्ग पर आयोजित इस भव्य मेले में अव्यवस्था का कोई स्थान नहीं होगा क्योंकि नगर निगम ने त्वरित कार्यवाई से तो संकेत दे दिया है कि वो अपना काम मुस्तेदी के साथ करेगा वही पुलिस अधिकारियों ने भी पूरा भरोसा दिलाया है कि इस बार मेले में व मंदिर परिसर के भीतर कोई भी आपराधिक घटना नहीं घटेगी।
ये एक अच्छी पहल कही जा सकती है दोनों विभागों द्वारा की उनकी सजगता से श्रद्धालुओं के उत्साह में और भी वृद्धि होगी और भारी संख्या में भक्त बिना डरे माता के दर्शन को आएंगे।