जिला भाजपा में जबरदस्त खींचतान चल रही है। गुटबाजी की दरार भरने की बजाय बढ़ती जा रही है। रविवार को एक होटल में मनाए गए पंडित दीन दयाल उपाध्याय के जन्म शताब्दी समारोह में भाजपा की गुटबाजी एक बार फिर सामने आ गई। ‘मेरा घर, भाजपा का घर’ स्लोगन के तहत आयोजित इस समारोह में भाजपा के घर में ही फूट दिखी। बैठक में पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद गुट नदारद रहा। खास बात यह रही की कि इस समारोह में भाजपा के कई ओहदेदार भी नहीं आए, जिनका आना बहुत जरूरी था। जिला भाजपाइयों में फूट को देखकर मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करने आए पंजाब भाजपा के महासचिव मंजीत ¨सह राय भी दुखी दिखे और उनके दिल की बात जुबां पर आ गई। वह बोले की कि इस जरुरी समारोह में संगठन के मुख्य नेताओं का न आना ठीक बात नहीं है।
इस पर जिला भाजपा अध्यक्ष डॉ. रमन घई ने किसी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन कहा कि जिन नेताओं को हाईकमान ने बड़ों पदों पर बिठाया है, वह नेताओं को प्रोग्रामों में आने से रोकते हैं। यह पहली बार नहीं हुआ है। पहले भी ऐसे होते रहा है। हम लोग तो ईमानदारी से काम करते हैं और आगे भी करते रहेंगे। भाजपा की गुटबाजी के साथ भाजपा की नीतियों का बखान शुरू हुआ।
राय ने कहा कि पंजाब भाजपा की तरफ से पंजाब की सभी विधानसभा सीटों को 368 मंडलों मे बांटा गया है। भाजपा की तरफ से अगले 15 दिनों के लिए सभी सीटों की समीक्षा की जा रही है। पंजाब की 117 विधान सभा सीटों के कुल 22600 बूथों का बिल्कुल बारीकी से अध्ययन किया जा रहा है। 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर पंजाब भाजपा ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। केन्द्र में भाजपा की सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए कार्यों को घर-घर जाकर पंजाब के मतदातों को जानकारी दी जाएगी।
उन्होने बताया कि भाजपा अगले लोकसभा चुनाव को लेकर अभी से एक नया स्लोगन तैयार कर रही है। यह है मेरा घर भाजपा का घर..। उन्होंने जीएसटी लागू होने से देश में किसी का भी कोई नुकसान नहीं होगा। सभी को इसका लाभ मिलेगा।कुछ दिनों में जम्मू-कश्मीर में भी जीएसटी लागू होने जा रही है।
इस अवसर पर पूर्व जिला प्रधान विजय अग्रवाल, मनोज शर्मा, सौरव शर्मा, विकास सैनी गोल्डी, योगेश कुमरा, कमलजीत सेतिया व दीपक शारदा हाजिर थे।
वह नेता भी न आए, जिनके लिए बैठक हुई
नेताओं के समारोह में न आने की बात छिड़ी तो यह भी सुगबुगाहट हुई है। और तो और वह नेता भी नहीं आए, जिनके लिए यह बैठक हो रही है। जबकि वह होशियारपुर में ही हैं। हालांकि नेता का नाम तो नहीं लिया गया, लेकिन इशारा केंद्रीय राज्य मंत्री विजय सांपला की तरफ था। क्योंकि समारोह में सांपला ने भी शिकरत नहीं की थी।
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भाजपा के महत्वपूर्ण ओहदेदार भी समारोह से रहे नदारद
-छह वाइस प्रधान में से सिर्फ सुषमा सेतियां ही आईं। बाकी मी¨टग से नदारद रहे।
-भाजपा में जो जिला महामंत्री हैं। एक गोपी चंद कपूर और बल¨वदर कुमार। दोनों नहीं आए।
-तीन मंडल प्रधान हैं। इस बैठक में सिर्फ मंडल प्रधान मनोज शर्मा ही आए, अश्विनी ओहरी और नव¨जदर बेदी गायब रहे।
-जिला भाजपा के पांच सचिव हैं। उनमें से डीएस बागी व एसएम सिद्धू आए और बाकी गायब रहे।
-बैठक में जिला कैशियर भी नहीं आए।
-बैठक में मेयर शिव सूद भी नहीं। जबकि श्री सूद भाजपा पूर्वी मंडल के प्रभारी हैं।
-भाजपा के 18 पाषर्दों में 15 गायब रहे। पाषर्द मीनू सेठी, नीति तलवाड़ व बल¨वदर ¨बदी ही आए।