अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर सभी प्रमुख दलों ने अपनी रणनीति तैयार करनी शुरू कर दी है। माना यह भी जा रहा है कि आम चुनाव इस साल भी हो सकते हैं। हालांकि, इसके बावजूद टिकट बंटवारे को लेकर भाजपा में अभी तक किसी तरह की कोई सुगबुगाहट नजर नहीं आ रही है। वहीं, समाजवादी पार्टी ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। इस बार सपा आपराधिक प्रवृत्ति वाले लोगों से परहेज कर रही है। सपा ने टिकट लेने वालों के लिए आवेदन फॉर्म जारी कर दिए हैं। इसे भरने के साथ ही 10 हजार रुपये भी देने होंगे।
सपा से मेरठ के जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव में किसी भी अापराधिक प्रवृत्ति वाले कार्यकर्ता को टिकट न देने का फैसला किया है। इससे पार्टी ने सभी को अवगत भी करा दिया है। उनके अनुसार, जिस पर आपराधिक मुकदमे होंगे, उन्हें टिकट से दूर रखा जाएगा। हालांकि, इसमें उनको राहत दी गई है, जिन पर राजनीतिक मुकदमे दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि अखिलेश यादव ने टिकट के लिए आवेदन फॉर्म जारी कर दिए हैं। प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने प्रदेश के सभी जिला व महानगर अध्यक्षों, महासचिवों, सांसदों और विधायकों को आवेदन फॉर्म और शर्तों का पत्र भेज दिया है।
जिलाध्यक्ष का कहना है कि आवेदन फाॅर्म के लिए 10 हजार रुपये भी देने हाेंगे। ऐसा पहली बार हुआ है जबकि पार्टी के टिकट के लिए आवेदन करते हुए आवेदक को 10 हजार रुपये भी नकद देने होंगे। साथ ही यह शर्त भी रखी गई है कि टिकट के लिए आवेदन करने वाले को पार्टी और समाजवादी बुलेटिन का सक्रिय सदस्य होना जरूरी होगा। यह भी शर्त रखी गई है कि आवेदक के खिलाफ प्रदेश कार्यालय, जिला और महानगर कार्यालय की सदस्यता की कोई धनराशि बकाया न हो। आवेदक को इस बारे में अपने जिला और महानगर अध्यक्ष से प्रमाणपत्र भी लेना होगा।
इतना ही नहीं पार्टी की ओर से जो आवेदन फाॅर्म भेजा गया है, उसमें टिकट के लिए आवेदन करने वाले को वोटर आईडी नंबर और आपराधिक मामलों की पूरी जानकारी के साथ ही पार्टी के लिए किए गए आंदोलनों का ब्यौरा भी देना होगा। इसके लिए आवेदक को प्रमाण देने होंगे।