लखनऊ। जहां एक तरफ सपा ,बसपा, कांग्रेस के नेता बीजेपी का दामन थाम रहे हैं तो इस बीच एक चौकाने वाली खबर आ रही है। भाजपा के आधा दर्जन नेता शनिवार को कांग्रेस का दामन थाम लिया। उनके साथ उनके सैकड़ों समर्थकों ने भी कांग्रेस में आस्था व्यक्त की। कांग्रेस का दामन थामने वाले नेताओं ने भाजपा की नीतियों पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा सरकार ने अबतक अपने वादे को अमल में लाने का कोई प्रयास नहीं किया।
कांग्रेस के दामन थामने वाले भगोड़े भाजपाइयों ने कहा कि सरकार मे किसानों के कर्जमाफी के लिए अभी तक कुछ नहीं किया। सरकार प्रदेश को पुरातन व्यवस्था की तरउ धकेल रही है।
बीजेपी के अलावा पीस पार्टी नेता भी कांग्रेस में आए
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के कांग्रेस कार्यालय में शनिवार को गोरखपुर हादसे के बाद भाजपा को करारा झटका लगा है। शनिवार को बाराबंकी जिले की रामनगर विधानसभा क्षेत्र की पूर्व बीजेपी विधायक राजलक्ष्मी वर्मा अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस का दामन थाम लिया। इसके अलावा पूर्व आइएएस अफसर अनीस अंसारी,डॉ अब्दुल हफीज ,डॉ वशी अहमद आजम अंसारी,प्रो मसूद आलम’ इंजीनियर वली उल्लाह,कर्नल डॉ जाहिद हुसैन निदेशक एक्सिस यूनिवर्सिटी, मो. खालिद एवं डॉ मंजूर अली प्रो. ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती उर्दू अरबी फारसी विश्वविद्यालय लखनऊ ने भी कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। यह सभी नेता पीस पार्टी को छोड़कर कांग्रेस में आए हैं। इन सभी नेताओं ने राज्यसभा सदस्य पी एल पुनिया व कांग्रेस पार्टी के मोहन शुक्ला ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई।
पूर्व विधायक ने कहा गोरखपुर की घटना से योगी के कार्यो की खुली पोल
बीजेपी की पूर्व विधायक राजलक्ष्मी वर्मा ने पार्टी से इस्तीफा देने के मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनाने के लिए काफी मेहनत की ,प्रदेश में सरकार पूर्ण बहुमत बनी लेकिन प्रदेश का हाल जस का तस है। इसके साथ उन्होंने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि योगी राज के कर्मभूमि व संसदीय क्षेत्र गोरखपुर में मासूमों की मौत से योगी के कार्यो की पोल खुल गई है। इसके अलावा राजलक्ष्मी ने कहा कि बीजेपी में जो वादे जनता से किए थे उनसे भटक रही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि देश में सांप्रदायिकता की सोच के विरूद्व व कांग्रेस की नीतियों से प्रेरित होकर मैंने पार्टी ज्वाइन की।