नई दिल्ली। महाराष्ट्र की राजनीति में बड़े नेता एकनाथ खड़से अपने बयान को लेकर चर्चा में हैं, एनसीपी को छोड़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए खड़से ने कहा कि उन्हें चाहने वालों की संख्या में हर रोज इजाफा हो रहा है, लेकिन वह भाजपा छोड़कर नहीं जाएंगे। खड़से ने कहा कि मुझे अलग-अलग दल अपने साथ आने के लिए न्योता दे रहे हैं, हर रोज मेरे चाहने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है, मेरी स्थिति एक सुंदर लड़की की तरह से हैं जिसे हर लड़का अपने साथ चाहता है।
नहीं छोड़ूंगा भाजपा
खड़से ने कहा कि मैं भाजपा छोड़ने के बारे में नहीं सोच सकता हूं, उन्होंने कहा कि मैंने पार्टी को 40 वर्ष दिए हैं, लिहाजा किसी भी स्थिति में मैं भाजपा को नहीं छोड़ सकता हूं, मैं सच्चा भाजपा एक्टिविस्ट हूं और आने वाले समय में भी पार्टी के साथ रहुंगा। आपको बता दें कि जिस तरह से खड़से पर एक बाद एक कई आरोप लगे उसके बाद उन्हें गत वर्ष 4 जून को अपना मंत्री पद खोना पड़ा था।
मंत्रिमंडल से हाथ धोना पड़ा था
खड़से को महाराष्ट्र की भाजपा सरकार में दूसरे स्थान का नेता माना जाता है, लेकिन विवादों के चलते उन्हें अपने मंत्री पद से हाथ धोना पड़ा था, उसके बाद से लगातार उनके कई प्रयास मंत्रिमंडल में लौटने की कोशिशे विफल रही हैं, जिसके चलते वह पिछले कुछ समय से नाराज हैं। ऐसे में जिस तरह से हाल ही में मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने कहा कि वह एसीबी जांच का इंतजार करेंगे, इससे इस बात के संकेत मिले हैं कि एक बार फिर से खड़से मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं।
विपक्षी दलों के करीब आए थे
जिस तरह से खडद़से ने एनसीपी विधायक सतीश पाटिल के जन्मदिन के कार्यक्रम में एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजीत पवार के साथ शामिल हुए उसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि खड़से एनसीपी में शामिल हो सकते हैं। इस कार्यक्रम के शामिल होने के बाद खड़से ने एनसीपी में उनके शामिल होने के कयासों को खारिज करते हुए कहा था कि मैंने अजीत पवार को पहले ही बता दिया है कि मेरे दिमाग में क्या है। जबसे खड़से मंत्रीमंडल से अलग हुए हैं वह सरकार पर निशाना साध रहे हैं। अप्रैल माह में उन्होंने विपक्षी दल के नेताओं को अपने फॉर्महाउस पर आमंत्रित किया था।