लखनऊ, दीपक ठाकुर। भारतीय जनता पार्टी ने 2014 में जब देश की कमान संभाली थी तब उसकी जीत ऐतिहासिक जीत के रूप में देखी गई थी देश वासियों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश को देखने की लालसा थी जो उसने अपने वोट के जरिये पूरी भी की।
जब सरकार को तीन साल पूरे हुए तो सरकार और भाजपा की तरफ से अपने किये गए कार्यों का खूब बखान हुआ साथ ही देश की जनता को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद भी दिया गया। इसी क्रम में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी मीडिया से मुखातिब हुए और कहा कि नरेन्द्रमोदी की सरकार ने हर तबके के लिए काम किया है जो सराहनीय है उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने गरीबो,महिलाओं और युवाओ के लिए जो नीतिगत तरीके से काम किया है उनको उसका लाभ भी मिल रहा है मतलब ये की जिनलोगों को नीतियों का लाभ मिल रहा है उनके अच्छे दिन आ गए है।
उन्होंने कहा कि कश्मीर का मुद्दा सुलझाने में काफी पेंच हैं पर हमारी सरकार उस पर भी ठोस काम कर रही है अब यहां दो बातें हमारी समझ मे नही आई पहली ये कि आपकी नीतियों का लाभ किन किन को मिला और उनके अच्छे दिन कैसे आये ये हमको तो नही दिखता और दूसरा के कश्मीर के मुद्दे पर जो आपने पेंच होने की बात कही ये बात आपको सत्ता में आने के बाद क्यों पता चली जबकि आप इन्ही सब मुद्दों को पल में हल करने की बात कह कर सत्ता में आये थे तो बताइये क्या तीन साल पर आप लोगों के बयान में वाकई कोई दम है या ये भी एक जुमला ही है।
देश मे जो अभी दिख रहा है उसमें पहले से कुछ खास बदलाव तो नही दिख रहा क्योंकि आज भी बेरोजगारी और भुखमरी से लोग जान दे रहे हैं वही कश्मीर में हमारे जवान शहीद हो रहे हैं तो आखिर आपने ऐसा क्या किया जिसके लिए आपकी तारीफ की जाए।
माना कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच देश को बदलने का मापदा रखती है और वो उस दिशा में सार्थक काम भी कर रहे हैं पर इतनी जल्दी इतनी बड़ी बड़ी बातें बोलना कहाँ तक सही है आप ही बताइये।देश की जनता आपके साथ है इसमें कोई संदेह नही पर जनता को गुमराह कर अपनी पीठ थपथपाने से बेहतर होगा कि काम को जमीनी रुप दिया जाए ताकि जनता खुद कहे कि वाकई अब लगता है कि अच्छे दिन आ गए हैं।