महाराष्ट्र सरकार में मंत्री प्रकाश मेहता के बाद भ्रष्टाचार के आरोप में घिरे शिवसेना कोटे से सरकार में मंत्री सुभाष देसाई ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को सौंपा दिया है. लेकिन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सुभाष देसाई का इस्तीफा मंजूर नहीं किया है.दरअसल विपक्ष ने सुभाष देसाई पर हज़ारों करोड़ रूपए के घोटाले का आरोप लगाया है. विपक्ष का आरोप है कि उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने पद का दुरूपयोग करते हुए नाशिक के इगतपुरी में एमआईडीसी द्वारा अधिग्रहित की गयी 400 एकड़ ज़मीन को उसके मूल मालिक को वापस कर दिया है. विपक्ष के मुताबिक इसमें 50 हज़ार करोड़ रूपए का घोटाला हुआ है जिसके लिए देसाई को मंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए.देसाई पर आरोप लगने के बाद विपक्ष लगातार विधानसभा में उनके इस्तीफे की मांग कर रहा है. विपक्ष ने मंत्री के इस्तीफे को लेकर सदन में अड़ियल रुख अपनाया हुआ है. विपक्ष के अड़ियल रुख को देखते हुए मंत्री सुभाष देसाई ने मामले की जांच पूरी होने तक के लिए अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री फडणवीस को सौंप दिया था. लेकिन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ये कहा कि उन्हें इस्तीफा देने कि कोई जरुरत नहीं है.सुभाष देसाई ने बताया कि उन्होंने इस्तीफा देने के पहले उद्धव ठाकरे से बात की थी. उद्धव ठाकरे ने कहा की वो इस विषय पर मुख्यमंत्री से बात करेंगे. दोनों के बीच बात भी हुई थी. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने देसाई का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया.