रुपईडीहा, बहराइच NOI। नेपालगन्ज के फत्तेबाल आँख अस्पताल में भारतीय राजदूत रंजीत रे का भव्य स्वागत नेपाल आँख अस्पताल संघ द्वारा किया गया। महामहिम राजदूत का नेपाल के विकास में, शिक्षा में एवं स्वास्थ्य में उनकी सराहनीय योगदान के लिए भूरि भूरि प्रसंशा की अस्पताल प्रांगड़ में बोलते हुए फत्तेबाल आँख अस्पताल के अध्यक्ष रतन टंडन ने भारतीय राजदूत महामहिम रंजीत रे का भव्य स्वागत किया। मन्च पर बाँके जिले के जिलाधिकारी सहित समाजिक संस्थाओ के प्रतिनिध मौजूद रहे। भारत के सहयोग से अस्पताल परिसर में आँख,कान व मधुमेह सेंटर का पूजा पाठ कर विधिवत शिलान्याश किया। इससे पहले नेपालगन्ज उधोग व्यापार महासंघ कार्यालय में बीती शाम उनका स्वागत हुआ। इस अवसर पर बोलते हुए। समाज सेविका भवानी राणा ने कहा कि नेपालगन्ज नेपाल तीसरा बड़ा शहर होते हुए भी बहुत पिछड़ा हुआ है ये दुर्भाग्य ही है कि नेपालगन्ज का सांसद प्रधान मंत्री होते हुए भी नेपालगन्ज का विकास नहीं हो सका। किन्तु हमारे पडोसी मित्र राष्ट्र भारत की तरफ से विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं बिजली आदि क्षेत्रो में उनकी अहम् भूमिका की उन्हें धन्यबाद देते हैं। संघ की ओर से महामहिम को नौ सूत्रीय मांग पत्र सौंपा गया। इसे के साथ नेपाल भारत मैत्री संघ व नेपाल जड़ी बूटी व्यवसाई संघ ने भी अपना अपना मांग पत्र महामहिम को सौपा।
अन्त में बोलते हुए महामहिम ने अपने सम्बोधन में कहा कि भारत अपने साथ साथ नेपाल का भी विकास चाहता है। दोनों देशो के लिए विकास एक चुनोती है। इसके लिए सतत् प्रयत्नशील रहना पड़ेगा। खुली सीमा के कारण हो रही समस्याओं, लम्बी नाकेबन्दी और अभी की नोट बंदी के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए कहा कि नेपाल भारत का प्राचीन है हम कंधे से कन्धा मिलकर चलने के लिए तत्पर हैं। नेपाल में भारत शिक्षा,स्वास्थ्य,सड़क व सिचाई से सम्बंधित बड़ी योजनाये चला रहा है। अभी भारत में हुए नोट बंदी के परिपेक्ष पर कहा दोनों देशो के बीच सकारात्मत बातचीत चल रही है बहुत जल्द इसका समाधान कर लिया जायगा।