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Wednesday, March 26, 2025

​मंत्री पद से हटाने पर अमित शाह के लिए क्या बोल गर्इं उमा भारती

सुश्री भारती ने आज यहां संवाददाताओं द्वारा केन्द्रीय मंत्रिमंडल से उनके इस्तीफे की खबरों के बारे में प्रतिक्रिया मांगे जाने पर यह बात कही है। बाद में उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘कल से चल रही मेरे इस्तीफे के खबरों पर मीडिया ने प्रतिक्रिया पूछी। इस पर मैंने कहा कि मैंने ये सवाल सुना ही नहीं, न सुनूंगी, न जवाब दूंगी।’ उन्होंने कहा, ‘इस बारे में या तो राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह या वह जिसको नामित करे, वही बोल सकते हैं। मेरा इसपर बोलने का अधिकार नहीं है।’ कल देर रात से रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केन्द्रीय मंत्रिमंडल में एक दो दिन में फेरबदल करने वाले हैं। इस फेरबदल में सरकार में शामिल कई नेताओं को संगठन में और कुछ को संगठन से सरकार में लाने की चर्चा है। झांसी। उमा भारती कुछ बोलें तो चर्चा का विषय बन जाता है, लेकिन एक बहुत अहम मसले पर उनका बहुत कम बोलकर खामोश हो जाना कई कयासों को जन्म दे रहा है। मामला सुश्री भारती को केंद्रीय मंत्रिमंडल से यकायक हटाए जाने का है।उमा भारती एक दिन पहले यानी गुरूवार तक केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री थीं। अब उन्होंने इस पद से इस्तीफे की पेशकश कर दी है। जाहिर है कि उनसे इस्तीफा मांगा गया है। इस पर सुश्री भारती ने कोई प्रतिक्रिया व्यक्त करने से इन्कार करते हुए कहा है कि इस बारे में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेतृत्व को ही कुछ कहने का अधिकार है। सुश्री भारती ने आज यहां संवाददाताओं द्वारा केन्द्रीय मंत्रिमंडल से उनके इस्तीफे की खबरों के बारे में प्रतिक्रिया मांगे जाने पर यह बात कही है। बाद में उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘कल से चल रही मेरे इस्तीफे के खबरों पर मीडिया ने प्रतिक्रिया पूछी। इस पर मैंने कहा कि मैंने ये सवाल सुना ही नहीं, न सुनूंगी, न जवाब दूंगी।’उन्होंने कहा, ‘इस बारे में या तो राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह या वह जिसको नामित करे, वही बोल सकते हैं। मेरा इसपर बोलने का अधिकार नहीं है।’ कल देर रात से रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केन्द्रीय मंत्रिमंडल में एक दो दिन में फेरबदल करने वाले हैं। इस फेरबदल में सरकार में शामिल कई नेताओं को संगठन में और कुछ को संगठन से सरकार में लाने की चर्चा है।ऐसी रिपोर्ट हैं कि केन्द्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूड़ी, फग्गन सिंह कुलस्ते, डॉ. महेन्द्र पांडेय ने मंत्रिमंडल से त्यागपत्र दे दिये हैं, जबकि संजीव बालियान, गिरिराज ंिसह, कलराज मिश्र, उमा भारती, चौधरी बीरेन्द्र सिंह और निर्मला सीतारमण ने प्रधानमंत्री को त्यागपत्र देने की पेशकश की है।रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने भी बीते सप्ताह दो दुर्घटनाओं के बाद प्रधानमंत्री से मिलकर इस्तीफे की पेशकश की थी जिस पर प्रधानमंत्री ने उन्हें प्रतीक्षा करने को कहा है। वित्त, कारपोरेट मामलों एवं रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने भी संवाददाताओं से बातचीत में संकेत दिये थे कि वह रक्षा विभाग का दायित्व अस्थायी रूप से संभाले हुए हैं और कोई नया रक्षा मंत्री पद संभालेगा। सूत्रों ने बताया कि रूड़ी, बालियान, सीतारमण और कुलस्ते को भाजपा के संगठन में जगह दिये जाने की संभावना है। डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय को कल ही उत्तर प्रदेश भाजपा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है और समझा जाता है कि उन्होंने त्यागपत्र दे दिया है।कुछ अन्य मंत्रियों के भी इस्तीफा देने की संभावना है। कुछ स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्रियों की पदोन्नति होने अथवा विभागों में परिवर्तन होने की भी संभावना है जिनमें धर्मेन्द्र प्रधान, पीयूष गोयल और मनोज सिन्हा के नाम लिये जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार मंत्रिमंडल का पुनर्गठन शनिवार को होने की संभावना है। मंत्रिमंडल में जनता दल यूनाइटेड के दो सांसदों को मंत्री बनाया जा सकता है। जदयू हाल ही में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल हुआ है। शिवसेना को भी एक और स्थान मिलने की संभावना है। अन्नाद्रमुक में छाये संकट का हल निकल सका तो उसे भी मंत्रिमंडल में तीन स्थान मिल सकते हैं। मोदी को भी तीन सितंबर को चीन और म्यांमार की यात्रा पर जाना है और उनके सात सितंबर को वापस लौटने का कार्यक्रम है। 

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