दीपक ठाकुर:NOI।
जब देश मे 2014 लोक सभा के चुनाव हुए तो देश मे महंगाई और बेरोज़गारी सभी पार्टीयों का प्रमुख मुद्दा बनकर जनता के बीच रखा जाता था कि हम आएंगे तो सब ठीक कर देंगे महंगाई कम और रोज़गार के नए रास्ते,इस बात तो सबसे अधिक उठाया था भारतीय जनता पार्टी ने भाजपा बड़े ठोस तरीके से ये दावा करती थी कि उसकी सरकार बनी तो कोई युवा बेरोजगार नही रहेगा और महंगाई हवा हो जाएगी।
जनता को भी ये लगने लगा कि मोदी जी के नेतृत्व में हमारा देश स्वर्णिम युग मे जा सकता है क्योंकि जिस तरह की बात भाजपा कर रही है उससे फायदे ही फायदे नज़र आ रहे हैं।चुनाव हुआ तो भाजपा को रिकार्ड तोड़ बहुमत मिला और देश को प्रधानमंत्री के रुप में नरेंद्र मोदी जी मिल गए।सत्ता में आते ही उन्होंने अपना नया अंदाज़ पेश किया कि कैसे दूर दराज लोगो तक वो अपनी बात पहुंचाए और उनका और अधिक विश्वास पाएं।इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने रेडियो का सहारा लिया जो ग्रामीण इलाकों में अभी भी पहली पसंद बना हुआ है उसी के माध्य्म से उन्होंने रविवार को एक घण्टे मन की बात का कार्यक्रम सेट किया।
मन की बात हमने रेडियो पर तो नही सुनी पर संसद में जब सुनी तो सन्न रह गया के अरे भाजपा का रोज़गार देने का ये कैसा प्रोग्राम था क्या इसी को मन मे रख कर युवाओं को रोजगार देने के बड़े बड़े दावे किए गए थे।
वाकई दुख हुआ मन की बात जानकर और अफसोस भी के पढा लिखा नवजवान जिसने भाजपा को उम्मीद मानकर अपना वोट किया था वही सरकार आपके स्वरोजगार करने को कह रही है वो भी पकौड़े बेचने का।
इस बात को जैसे ही लोगों ने सुना निराश हो गए सभी को लगने लगा कि वो ठग लिए गए हैं।अरे प्रधानमंत्री जी आपने कितने हसीन सपने दिखाए इस देश की जनता को और दिया क्या अभी तक ये सवाल अपने मन से पूछियेगा।आपके हर फैसले को जनता ने मुसीबत के बावजूद सराहा और आपने युवाओ को ऐसा रोज़गार थामने की सलाह दे दी कि उनकी डिग्री भी शरमाने लगी।