जदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने बीजेपी पर हमला बोल कर महागठबंधन में चल रहे तनाव को बहुत कम कर दिया है. जिस तरह संजय सिंह ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बीजेपी के इतिहास को गिनाया उससे तो यही लग रहा है कि महागठबंधन पर संकट टल गया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासनकाल में वैसे जो भी भ्रष्टाचारी हैं, जिन्होंने गलती की है वो चाहे कितने भी ओहदेदार हो, सरकार ने उन्हें नहीं बख्शा है. कई ऐसे लोग हैं, जिनके ऊपर आरोप लगे हैं और अगर साबित हुए तो वो जेल गये हैं.
वे अपने दल के आपराधिक विधायकों का इतिहास बताएं? राजनीति में शुचिता का शोर मचाने वाली भाजपा को अपनों का काला कारनामा नहीं दिख रहा है.
दागी के मुद्दे पर बयानबाजी से पहले सुशील मोदी को अपना ईमानदार आत्मनिरीक्षण करना चाहिए. बिहार भाजपा में 64 फीसदी विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामले लंबित हैं.
भाजपा पार्टी विथ डिफरेंस है, क्योंकि दागियों और दूसरी पार्टी से निकाले गये दागियों को पार्टी में शामिल करने में यह सबसे आगे है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रशंसक से अवसरवादी आलोचक बने सुशील मोदी को मुख्यमंत्री के नेतृत्व में विकसित हो रही नयी राजनीतिक संस्कृति से सीख लेने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि भाजपा को अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, येदियुरप्पा, वसुंधरा राजे, शिवराज सिंह चौहान, रमन सिंह, सुषमा स्वराज, पंकजा मुंडे, रेड्डी बंधु के बारे में भी विस्तार से बताना चाहिए. ये भाजपा के वो रत्न हैं जो अकसर घोटाला करने के लिए बेताब रहते हैं.