सीतापुर-अनूप पाण्डेय:NOI।उत्तरप्रदेश जनपद सीतापुर की विधान सभा महोली के श्री त्रिवेदी ने बताया कि सीतापुर जिले में भारतीय जनसंघ के संस्थापक नेताओं में से एक लोकसभा के पूर्व सदस्य पं. शारदा नंद दीक्षित का आज रात सवा दस बजे अपने पैत्रक गांव बम्भौरा में देहावसान हो गया।
परिवार, गांव और जिले भर के राजनीतिक कार्यकर्ताओं में “काका” संबोधन से पहचान रखने वाले लगभग 98 वर्षीय पं. शारदानंद दीक्षित 1962 में भारतीय जनसंघ प्रत्याशी के रूप में भारी बहुमत से पहली बार विधायक चुने गये। उत्तर प्रदेश की विधानसभा में उन्होंने सीतापुर जिले के तत्कालीन हरगांव विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। बाद में जब लोकसभा चुनाव हुए तो पं. दीनदयाल उपाध्याय ने उन्हें अचानक नामांकन पत्र प्रस्तुत कर चुनाव लडने का आदेश दिया। उस बार वह फिर भारी मतों के अंतर से सांसद चुने गये। लोकसभा में उन्होंने सीतापुर संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया।
ध्येय निष्ठ, समर्पित व अपनी ईमानदारी के लिए कार्यकर्ताओं के प्रेरणा स्रोत श्री दीक्षित को अपनी संसदीय पारी में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई, लालकृण्ण आडवाणी व प्रो. बलराज मधोक के निकट सहयोगी के रुप में काम करने का अवसर मिला। सांसद के रुप में वह नई दिल्ली में सांसदों की शाखा के मुख्य शिक्षक रहे। वृद्धावस्था के बावजूद कुछ साल पहले तक वह एक आदर्श कार्यकर्ता के रूप में पार्टी गतिविधियाँ में सक्रिय रहे। जनसंघ के बाद वह भारतीय जनता पार्टी के भी संस्थापक रहे। 1977 में वह सीतापुर जिला पंचायत के नामित सदस्य रहे। भाजपा जिलाध्यक्ष के रूप में भी उन्होंने पार्टी को अपनी सेवाएं दी।