पटना: बिहार में पटना सचिवालय के बाहर कल उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के सुरक्षाकर्मियों ने मीडियाकर्मियों के साथ बदसलूकी की थी. अब मामले के गंभीरता को लेकर खुद तेजस्वी यादव ने सफाई दी है. उन्होंने कहा है ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए और मैं खुद इस मामले को देखूंगा और जांच कराऊंगा.
तेजस्वी का कहना है, ‘’मीडिया के लोगों पर हुए हमले को लेकर जो जानकारी दी जा रही है वो भ्रम फैलाने वाली है. मीडिया के लोगों की गुजारिश के बाद मैं 5-7 मिनट तक रुका रहा ताकि धक्कामुक्की रुके लेकिन मेरी कोशिश बेकार चली गई. मैं समझता हूं कि मीडिया के लोगों खासकर कैमरामैन का काम कितना मुश्किल होता है. वो एक दूसरे पर गिर रहे थे. कुछ मीडिया के लोग बिल्कुल मेरे शरीर के पास माइक लेकर मौजूद थे.
मेरे सिर और कान पर खरोंच भी आई. ऐसा लग रहा था कि 10 माइक मेरी नाक पर गिर जाएंगे. मैंने खुद को बचाया. मेरे सुरक्षाकर्मी मेरा बचाव कर रहे थे और अपनी ड्यूटी निभा रहे थे. मैं मीडिया से बात कर रहा था इसलिए दूसरी तरफ क्या हो रहा था ये मुझे नहीं पता था. एक कैमरामैन का कैमरा स्वास्थ्य मंत्री (तेजप्रताप यादव) के सिर पर जा लगा. लेकिन इसकी खबर सामने नहीं आई. ये खबर सामने आने की जरूरत भी नहीं थी क्योंकि भीड़ की वजह से ऐसा हुआ.
मेरे कई सुरक्षाकर्मियों को भी खरोंच आई है. ऐसे मौके पर जब सैकड़ों मीडियाकर्मी हमें बयान लेने के लिए घेर लेते हैं तो हमारे लिए, मीडिया के लिए और सुरक्षाकर्मियों के लिए मुश्किल हो जाता है. कुछ चैनल पर ये रिपोर्ट चल रही थी कि मेरे और आरजेडी के समर्थकों के निर्देश पर मारपीट की गई. ये आरोप निराधार है. हम हमेशा से मीडिया से अच्छा बर्ताव करते हैं और उनकी बातों का जवाब देते हैं. मीडिया पर किसी तरह के आरोप की हम निंदा करते हैं. ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए. मैं खुद इस मामले को देखूंगा और जांच कराऊंगा.’’
जो हुआ वो गलत, कार्रवाई होगी: जेडीयू
जेडीयू प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा, ”जो हुआ वो गलत है, पत्रकार और राजनेता एक दूसरे के पूरक हैं. आसे सुरक्षाकर्मियों की पहचान करके उन पर कार्रवाई की जाएगी. अब कैबिनेट की बैठक सचिवालय में नहीं योजना भवन में होगी.”
क्या है मामला?
दरअसल कल पहली बार अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई देने के लिए बिहार के डिप्टी सीएम और लालू के बेटे तेजस्वी यादव मीडिया के सामने आए थे तब मीडियाकर्मियों से तेजस्वी के सुरक्षा गार्ड ने बदसलूकी की थी. इस दौरान सुरक्षाकर्मी एक कैमरा मैन को खींचते हुए नीचे ले गए और उसके साथ मारपीट की गयी. आपको बता दें कि बैठक के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी निकले लेकिन उस वक्त कोई भी धक्कामुक्की न हीं हुई.