लखनऊ,दीपक ठाकुर। योगी आदित्य नाथ ने अपने काम काज और रवैये से ये स्पष्ट कर दिया है कि भाजपा आलाकामन ने उनके नाम पर जो मुहर लगाई थी वो सौ प्रतिशत सही साबित हुई है मतलब उत्तर प्रदेश को योगी आदित्यनाथ जैसे मुख्यमंत्री की ही दरकार थी ऐसा स्पष्ट तौर पर कहा जा सकता है हालांकि अभी उनको शपथ ग्रहण करते हुए ज़्यादा वक़्त नहीं बीता है पर फिर भी उनके हर काम और हर फैसले की हर तरफ वाह वाही होना शुरू हो गई है।
योगी जी की तेज़ तर्रार छवि से हर विभाग सहमा हुआ है सभी उनकी आने की भनक से चैकन्ने रहते है जिसका परिणाम ये है कि जनता का काम आसानी से होने लगा है। जिस तरह हज़रात गंज कोतवाली का मुख्यमंत्री जी द्वारा ऊचकबनिरिक्षण किया गया उससे ये साफ़ ज़ाहिर होता है कि कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के प्रति उनकी पहल कितनी सार्थक है क्योंकि आज से पहले शायद ही किसी मुख्यमंत्री ने ऐसा किया हो कि वो स्वयं थाने जा कर वहां के कार्यों की समीक्षा करे हाँ योजनाएं तो बहुतों ने बनाई पर अमल करने का वक़्त किसी के पास नहीं था लगता है योगी जी ने कई बातों पर गहनता से सोच विचार कर इतने बड़े प्रदेश कि कमान संभालने का निर्णय लिया होगा शायद उनको इस बात का अंदाजा था कि उत्तर प्रदेश की जनता को वो नहीं मिल रहा जिसकी वो हक़दार है यही वजह है कि योगी जी के आने के बाद तस्वीर बदलती जा रही है।
अब जिस तरह महिलाओं के सम्मान और स्वाभिमान को बचाने की जो मुहीम छिड़ी है उससे ये दहशत उन लोगों में तो ज़रूर है कि कुछ गलत किया तो बक्शे नहीं जाएंगे और पहले होता था कि अमा जुगाड़ है बच के निकल आएंगे।ऐसा आपने भी अपने आस पास सूना होगा कि एक दोस्त दूसरे दोस्त को समझाता है कि भाई कुछ ऐसा वैसा मत करना योगी की सरकार है बड़ी सख्ती है आज कल ज़रूर सूना होगा और ऐसा ही होना भी चाहिए जैसे घर के बच्चे तभी सुधरते हैं जब उनमे किसी एक का डर होता है ये वही डर है जो प्रदेश के बच्चों को भलाई की ओर ले जायेगा हो सकता है कुछ दिक्कत आये पर सुधर गए तो सब अच्छा ही लगेगा।
अब बात कर लेते है बूचड़खाने पर ताबड़तोड़ छापेमारी को लेकर तो यहाँ भी आपको कुछ अच्छा ही देखने को मिलेगा अब जो इस व्यवसाय में है उनकी तकलीफ छोड़ दी जाए तो बाकी लोग तो इस कार्य की भी सराहना करते ही नज़र आ रहे है। ऐसा लगता है जैसे पूरा माहौल ही बदल रहा है बच्चे तक कहने लगे हैं कि पापा बदमाशी करोगे तो योगी को फोन लगा दूंगी।
वाकई ऐसा मुख्यमंत्री पहली बार देखा जिसने ज़्यादा समय ना लेते हुए अपनी ऐसी छाप छोड़ दी है कि मन प्रफुल्लित हो जाता है एक आस सी मानो जाग गई है कि अब वाकई उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश बन कर ही रहेगा।