आजमगढ़ महिला अस्पताल के निरीक्षण के दौरान आशा कार्यकत्रिीयों ने मुख्यमंत्री को रोककर ज्ञापन देने का प्रयास किया। इस दौरान एक कार्यकत्री ने रास्ते में लेटने का प्रयास किया लेकिन डीआईजी ने उसे रोक लिया और ज्ञापन लेने के बाद काफिला आगे बढ़ गया। आशा कार्यकत्रियां वेतन बढ़ाने की मांग कर रही थी।
बता दें कि, यूपी के सत्ता की बागडोर संभालने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ गुरूवार को पहली बार आजमगढ़ पहुंचे। पुलिस लाइन के हेलीपैड पर उतरने के बाद वे सीधे नेहरूहाल पार्टी पदाधिकारियों से मिलने चले गये। यहां बद हाल में सीएम पार्टी पदाधिकारियों से गुफ्तगू कर रहे है। बैठक समाप्त होने के बाद सीएम निरीक्षण पर निकलेंगे। सीएम के आगमन के बाद नेहरूहाल में मीडिया के भी घुसने पर प्रतिबंध लगा दिया गया।
दरअसल, सीएम योगी आदित्यनाथ को कुशीनगर से चलकर 12 बजे पुलिस लाइन आजमगढ़ पहुंचना था लेकिन सीएम 45 मिनट की देरी से आजमगढ़ पहुंचे और वे तुरंत नेहरूहाल के लिए रवाना हो गये। यहां वे पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में भीतर क्या चर्चा हुई यह तो बता पाना मुश्किल है लेकिन सूत्रों की माने तो सीएम ने तीनों जिलों के पदाधिकारियों से कहा कि केंद्र सरकार के तीन साल पूरे होने वाले है। कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर सरकार की योजनाओं को लोगों तक पहुंचाएं। केंद्र सरकार यूपी सरकार का पूरा सहयोग कर रही है।
उन्होंने स्वीकार किया कि प्रदेश में कुछ स्थानों पर बिजली की समस्या है। उसकी मूल वजह जर्जर तार है जिनकों बदलने का काम किया जा रहा हैं। आने वाले समय में बिजली समस्या पूरी तरह समाप्त हो जायेगी। योगी ने कहा कि पूर्वांचल में इन्सेफेलाइटिस से बच्चों की होने वाली मौत को रोकने के लिए टीकाकरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके लिए सख्त हिदायत दी गयी है।
योगी ने जोर देकर कहा कि पदाधिकारी जनता के बीच सरकार की योजनाओं को लेकर जाये और उन्हें विश्वास दिलाये कि केद्र और राज्य सरकार के लिए जनता का हित सर्वोपरि है। इसके बाद वे महिला अस्पताल के लिए रवाना हो गये। इस दौरान मंडल के तीनों जिलों के अध्यक्ष, डिपटी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, वन मंत्री दारा सिंह चौहान सहित सैकड़ों पदाधिकरी मौजूद थे।