समाजवादी पार्टी और मुलायम सिंह के परिवार का झगड़ा सुलझ गया दिख रहा है। इससे यह थीसिस सही साबित हुई है कि मुलायम सिंह हमेशा अपने बेटे अखिलेश के साथ थे भले, उन्होंने कई बार उनकी आलोचना की हो। पिछले दिनों मुलायम के चचेरे भाई रामगोपाल यादव ने दिल्ली में अपने निवास पर एक पार्टी रखी, जिसमें मुलायम मौजूद थे। ध्यान रहे जिस समय परिवार का झगड़ा चल रहा था उस समय मुलायम ने खुद रामगोपाल पर तीखा हमला किया था और उनकी मौजूदगी में शिवपाल यादव ने रामगोपाल और उनके बेटे को लेकर बहुत बुरा भला कहा था।
इसके बावजूद रामगोपाल हमेशा अखिलेश के साथ रहे। पार्टी पर अखिलेश का नियंत्रण स्थापित करने के लिए सारे कानूनी दांवपेंच उन्होंने ही चले। इससे मुलायम नाराज बताए जा रहे थे। पर धीरे धीरे नाराजगी खत्म हो गई है। संसद के चालू सत्र के दौरान रामगोपाल के घर पर हुई पार्टी में अखिलेश अपनी पत्नी और बच्चों के साथ मौजूद थे तो मुलायम भी शामिल हुए। भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं ने भी इसमें शिरकत की और कांग्रेस के दिग्गज नेता भी मौजूद थे। सो, मुलायम ने एक हैप्पी फैमिली वाली तस्वीर पेश की।
इससे पहले उनके भाई शिवपाल यादव ने बयान दिया कि वे कोई नई पार्टी नहीं बनाने जा रहे हैं। ध्यान रहे उन्होंने पहले कई बार कहा था कि पार्टी बन कर तैयार है, बस नाम की घोषणा होनी है। उन्होंने इस पार्टी या मोर्चे का प्रमुख मुलायम सिंह को बनाया था। पर अब उन्होंने कहा है कि नई पार्टी नहीं बनाई क्योंकि यह पार्टी समाजवादी पार्टी को कमजोर करेगी। शिवपाल ने कहा कि वे नहीं चाहते कि सपा कमजोर हो। सो, अब यह तय हो गया है कि अखिलेश की कमान में पार्टी चलेगी और मुलायम सिंह के सारे भाई, भतीजे उनका साथ देंगे।