कहते हैं कि प्यार को कोई सीमा और कोई धर्म जाति नहीं बांध सकते। प्यार में कोई जात -पात नहीं होती,लेकिन यह सब बातें सिर्फ सुनने और पढ़ने में ही अच्छी लगती हैं,क्योंकि असल जिंदगी में तो हकीकत कुछ और ही है। दरअसल, यूपी के मेरठ में एक लडका अपनी मर्जी से शादी करके फंस गया। क्योंकि उसे शादी के बाद अब मस्जिद में जाने की इजाजत नहीं दी जा रही।
जानकारी के अनुसार इस लड़के का नाम इरफान है। इसने गांव की एक लड़की से हाई कोर्ट के आदेश पर पुलिस प्रोटेक्शन में निकाह किया था। इरफान का आरोप है कि पत्नी के परिजन उन्हें जान से मारने की धमकी भी दे रहे हैं और तलाक के लिए दबाव बना रहे हैं।
इरफान ने CM योगी आदित्यनाथ और जिले के SSP से मदद के लिए गुहार लगाई है। मदद ना मिलने पर धर्म परिवर्तन की चेतावनी दी है। लड़के का कहना है कि ईद के दिन भी उसे मस्जिद में घुसने नहीं दिया गया। ऐसे धर्म में रहकर वह क्या करेगा।
खबरों के अनुसार परतापुर थाना क्षेत्र के सौलाना गांव निवासी इरफान बुधवार को एसएसपी जे रविंद्र गौड़ से मिले। इरफान ने बताया कि घर में दो बच्चे और पिता रहते हैं। गांव के दबंग कभी भी उनके घर आकर उन्हें प्रताड़ित करने लगते हैं। इसलिए उन्होंने SSP से अपने और परिवार की सुरक्षा की मांग की है।इरफान ने बताया कि 2014 में उन्हें अपने ही गांव की लड़की फरजाना से प्यार हो गया था। हाई कोर्ट के आदेश पर 29 मई 2014 को पुलिस प्रोटेक्शन में उनका निकाह हुआ।
सुरक्षा हटते ही फरजाना के परिजनों और गांव के दबंगों ने फिर से उनका उत्पीड़न शुरू कर दिया। इस पर वह गांव छोड़ कर पांचली गांव में रहने लगे। 2015 में वह एक बार फिर हाई कोर्ट पहुंचे और केस दाखिल कर दिया। इसकी जानकारी मिलने पर पुलिस उन्हें अपनी सुरक्षा में गांव वापस ले आई और गांव के करीब 25 लोगों के मुचलके भरवाए गए। कुछ दिनों बाद पुलिस ने फिर सुरक्षा हटा ली। तभी से फरजाना के परिजन और गांव के दबंग उनके परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।