दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को दिल्ली मेट्रो के किराए में प्रस्तावित बढ़ोतरी को ‘जनविरोधी’ करार दिया और कहा कि उन्होंने परिवहन मंत्री को इसे रोकने के लिए कोई उपाय निकालने को कहा है.
नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को दिल्ली मेट्रो के किराए में प्रस्तावित बढ़ोतरी को ‘जनविरोधी’ करार दिया और कहा कि उन्होंने परिवहन मंत्री को इसे रोकने के लिए कोई उपाय निकालने को कहा है. केजरीवाल ने गुरुवार सुबह ट्वीट किया, ‘मेट्रो के किराए में बढ़ोतरी जनविरोधी है. मैंने परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को एक सप्ताह के भीतर इस किराया वृद्धि को रोकने का उपाय निकालने के लिए कहा है.’ मुख्यमंत्री का यह बयान अक्टूबर में होने जा रहे मेट्रो के किराए में वृद्धि के चलते आया है.
इस साल दूसरी बार मेट्रो के किराए में वृद्धि होने जा रही है. इससे पहले डीएमआरसी ने इसी साल मई में किराया बढ़ाया था. उस समय न्यूनतम किराया 8 रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये, जबकि अधिकतम किराया 30 रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये कर दिया गया था. दिल्ली मेट्रो ने चौथे फेयर फिक्सेशन कमेटी की सिफारिशों के बाद किराए में बढ़ोतरी की है.
आपको बता दें कि इससे पहले खबर आई थी कि मेट्रो के किराए में 20 से 33 प्रतिशत की बढ़ोतरी की तैयारी कर ली गई है. ये नई दरें एक अक्टूबर से लागू की जाएंगी. पहले चरण में किराया बढ़ने के बाद मेट्रो यात्रियों की संख्या कम हो गई थी. बावजूद इसके डीएमआरसी ने मेट्रो के किराए में फिर से वृद्धि की है. फिलहाल न्यूनतम किराया 10 रुपये और अधिकतम 50 रुपये निर्धारित है.
डीएमआरसी की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार मेट्रो में सफर के लिए फिलहाल 2 किलोमीटर के लिए 10 रुपये, 2 से 5 तक के लिए 20 रुपये देने होते हैं. पहले 5 किमी के लिए 15 रुपये देने पड़ते थे. दिल्ली मेट्रो रेल निगम के एक सर्वे में ये बात सामने आई थी कि हर महीने 10 से 30 हजार तक कमाई करने वाले लोग ही मेट्रो का ज्यादा सफर करते हैं. क्योंकि ये उनकी जेब पर बोझ नहीं बढ़ाता.