मेरठ। प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ द्वारा गौकशी के खिलाफ सख्त कार्यवाही के आदेश के बावजूद भी गौतस्करों के हौसलें बुलंद हैं। देर रात गौतस्करों ने सरधना के कपसाड़ गांव में एक किसान के घेर में बंधे दो बैल चोरी कर लिए। सुबह जंगल में दोनों बैलों के अवशेष मिलने पर सैकड़ो ग्रामीणों की भीड़ मौके पर पहुंच गई और गोकशों के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। मौके पर पहुंची सरधना पुलिस ग्रामीणों के आक्रोश के सामने बेबस नजर आई। जिसके बाद एडीएम सिटी और एसपी देहात सहित कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची और हंगामा कर रहे लोगों को शांत करते हुए गौ अवशेषों को गड्ढे में दबवाया। इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ गोकशी का मुकदमा दर्ज करते हुए कार्यवाही का आश्वासन दिया गया है। बीती रात कपसाड़ निवासी रामसिंह पुत्र धर्मसिंह के घेर में बंधे दो बैल अज्ञात लोगों द्वारा चोरी कर लिए गए। रात भर ग्रामीण बैलों की तलाश में जुटे रहे, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। सुबह खेत को जाते ग्रामीणों ने कपसाड़-टांडा मार्ग पर एक बैल के अवशेष पड़े देखे तो मामले की जानकारी रामसिंह को दी। मौके पर पहुंचे रामसिंह ने बैल के सिर को देखकर उसकी शिनाख्त अपने चोरी हुए बैल के रूप में की। उधर, चोरी हुए दूसरे बैल के अवशेष चकबंदी मार्ग पर बरामद होने के बाद ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। मौके पर सैकड़ो ग्रामीण एकत्र हो गए और गोकशों के खिलाफ कार्यवाही की मांग करते हुए हंगामा शुरू कर दिया।
मामले की जानकारी मिलने पर सरधना पुलिस मौके पर पहुंची और हंगामा कर रहे ग्रामीणों को शांत करने का प्रयास किया, लेकिन वह पुलिस पर भारी पड़ गए और मौके की नजाकत को देख पुलिस पीछे हट गई। घटना की जानकारी मिलने पर एडीएम सिटी दिनेश चंद्र, एसपी देहात श्रवण कुमार, सीओ और जिले के कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची और हंगामा कर रहे ग्रामीणों को समझाया।
अधिकारियों ने घटना में शामिल लोगों का पता लगाकर उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही का आश्वासन दिया। घंटो चले हंगामे के बाद ग्रामीण शांत हुए। जिसके बाद अधिकारियों ने बरामद गौ अवशेषों को जंगल में गड्ढा करके दबवा दिया। रामवीर की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ बैल चोरी और गोकशी का मुकदमा दर्ज किया गया है।