नई दिल्ली। जनता दल यूनियन (जदयू) के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव ने सोमवार को कहा कि चाहे जो कुछ भी हो जाए उनका पार्टी छोड़ने का बिल्कुल भी इरादा नहीं है। शरद यादव, जिन्होंने बिहार में महागठबंधन के टूटने पर खुलकर विरोध किया था।
‘मैंने पार्टी बनाई थी, मैं क्यों छोड़कर जाऊं’: शरद यादव
शरद यादव ने कहा, ‘बिहार के लोगों ने महागठबंधन को वोट दिया था। जनता भी महागठबंधन टूटने को लेकर दुखी है। मैं पार्टी नहीं छोड़ने वाला। मैंने इस पार्टी को खड़ी की है’। आपको बता दें कि पिछले सप्ताह जदयू ने भी साफ कर दिया था कि पार्टी में किसी भी प्रकार की कोई फूट नही है।
जदयू के ही वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने कहा, ‘पार्टी में कोई फूट नहीं पड़ी है। हम 19 अगस्त को पार्टी की मीटिंग बुलाने जा रहे हैं लेकिन मुझे नहीं लगता कि शरद यादव या अली अनवर मीटिंग में आ पाएंगे’। हालांकि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि शरद यादव का अपना अधिकार है, वे कोई भी निर्णय ले सकते हैं। साथ में नीतीश ने कहा था कि बीजेपी के साथ नाता जोड़ने का निर्णय पूरी पार्टी का था।
आपको बता दें कि इससे पहले जदयू के वरिष्ठ नेता अली अनवर को सोनिया गांधी द्वारा बुलाई गई कांग्रेस की मीटिंग में भाग लेने पर उन्हे पार्टी से बर्खास्त कर दिया था।