कई मौकों पर केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ खुलकर बोलने वाले ऐक्टर प्रकाश राज ने कहा है कि यदि उन्हें बार-बार धमकी दी जाती रही तो वह पॉलिटिक्स जॉइन करने से नहीं हिचकिचाएंगे। प्रकाश राज ने कई मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर भी सवाल उठाए।
बेंगलुरु में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की मौजूदगी में प्रकाश राज ने कहा, ‘सियासी मैदान उतरने में मेरी कोई दिलचस्पी नहीं है। लेकिन यदि मुझे बार-बार धमकी दी जाएगी। यदि मुझपर कोई दबाव डालेगा। यदि कोई बार-बार मुझे सियासी मैदान में उतरने की चुनौती देगा, तो मैं जरूर पॉलिटिक्स जॉइन कर लूंगा।’
सिद्धारमैया की मौजूदगी में प्रकाश राज के कई मायने निकाले जा रहे हैं। माना जा रहा है कि वह इन बयानों के जरिए राजनीति में उतरने का संकेत देना चाहते हैं। कर्नाटक में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में इसकी संभावना बन रही है कि चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।
पहले भी कर चुके हैं आलोचना
ऐसा पहली बार नहीं हुआ कि किसी सार्वजनिक मंच पर प्रकाश राज ने खुलकर मोदी सरकार और बीजेपी की तीखी आलोचना की है। पहले भी वह अपने तीखे बयानों से सुर्खियां बटोरते रहे हैं। जर्नलिस्ट गौरी लंकेश के मर्डर केस में उन्होंने अपने नैशनल अवॉर्ड लौटाने की धमकी दी थी।
राष्ट्रवाद तथा हिंदुत्व को बराबर बताने पर प्रकाश राज ने केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगडे़ को आड़े हाथों लिया था। ट्विटर पर पोस्ट के जरिए राज ने कर्नाटक के बीजेपी नेता से यह साफ करने को कहा था कि जब वह कहते हैं कि राष्ट्रवाद और हिंदुत्व एक है और उसका अर्थ समान है तो वह क्या कहना चाहते हैं।
यहां तक कि ‘हिंदू आतंकवाद’ पर परोक्ष रूप से बीजेपी और हिंदूवादी संगठनों पर निशाना साधते हुए प्रकाश राज ने ट्वीट किया था, ‘यदि संप्रदाय, संस्कृति और नैतिकता के नाम पर किसी को डराना आतंकित करना नहीं है तो फिर आतंकित करना क्या है।’
गौरतलब है कि दक्षिण भारत की राजनीति में इन दिनों अभिनेताओं की दिलचस्पी बढ़ गई है। तमिलनाडु में कमल हासन के बाद रजनीकांत भी सियासी मैदान में उतर चुके हैं। अब प्रकाश राज भी कुछ ऐसा ही संकेत दे रहे हैं।