लखनऊ दीपक ठाकुर।दो हज़ार 12 में बहुजन समाजवादी पार्टी से पडरौना सीट पर काबिज स्वामी प्रसाद मौर्या ने पार्टी तो बदल ली पर बोल नहीं बदले है। इस बार भारतीय जनता पार्टी के टिकट से चुनाव लड़ रहे मौर्य ने ये एलान कर दिया है कि पडरौना सीट उनसे छीन ले ऐसा कोई है ही नहीं मतलब ये की स्वामी ने भाजपा के लिए एक सीट चुनाव से पहले ही उनकी झोली में भेंट कर दी है।
पूर्वांचल में जिस तरह के राजनैतिक समीकरण हैं उसे देखते हुए अगर कुछ कहा जाए तो अभी किसी के लिए भी जल्दबाज़ी होगी क्योंकि बहुजन समाजवादी पार्टी का उस क्षेत्र में काफी दबदबा माना जाता है ऐसे में बसपा छोड़ कर उस पार्टी से चुनाव लड़ना जिसको कोस के पिछली बार चुनाव लड़ा था अब उसको कोसना जिससे जीत मिली थी इसको जनता किस तरह से लेगी ये देखने वाली बात होगी।
पर फिलहाल स्वामी प्रसाद मौर्या तो यही मान रहे है कि उनके लिए दल मायने नहीं रखता वो ऐसी शख्सियत हैं जिसे जनता चेहरे पर वोट देती है उनका कहना था कि उन्होंने अपने विधान सभा क्षेत्र में जो काम किये है उसी काम के आधार पर जनता उनको फिर से चुनाव में जीत की दहलीज पर ले जाएगी।
वही स्वामी प्रसाद मौर्या ने अपनी नई पार्टी भारतीय जनता पार्टी की भी सरकार बनने का दावा किया है उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता विकास के नाम पर वोट कर रही है जो विकास सिर्फ और सिर्फ भाजपा ही कर सकती है।
देखा जाये तो हर उम्मीदवार अपने क्षेत्र में खुद को सबसे ऊपर ही मान रहा है सभी दूसरों को लड़ाई से बाहर ही बताते नज़र आ रहे है पर जनता किसको बाहर का रास्ता दिखाएगी और किसे अपनायेगी ये समय ही तय करेगा।