लखनऊ, दीपक ठाकुर। उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार को बने 100 दिन हो चुके हैं औऱ सरकार ने इस दिवस पर अपनी उपलब्धियों की एक किताब तक छपवा डाली पर आज हमारी पड़ताल में जो एक बात सामने आई उसे देखकर यही लगा कि चुनाव से पहले और चुनाव के वक़्त तक जनता से जुड़ी बात कहने और पूछने वाली भारतीय जनता पार्टी को जनता से वास्तव में कोई सरोकार भी था या नही अब आप इस डब्बे को देखिए ये वही डब्बा है जिसपर मोदी की फ़ोटो के साथ जनता के मन की बात पता करने का एक अभियान सा चला था।
पर वो कितना सकारात्मक था ये आप इसके अंदर की डाक को देख कर अंदाज़ा लगा सकते हैं।हमने आज जब इस डब्बे को एक सड़क के किनारे देखा तो सोचा था ये खाली होगा क्योंकि जनता के मन की बात मोदी जी तक पहुंचा दी गई होगी क्योंकि इसको जारी करने का मक़सद तो यही था।
पर डब्बा खोलते ही हम हैरान हो गए ये देख कर कि जनता के साथ ये भी एक धोखा ही निकला इसमें से कुछ कार्ड हमने पढ़े तो उनमे लिखा था कि मोदी जी हम गरीब लोगों के साथ आपकी पार्टी न्याय करेगी इसी उम्मीद के साथ हम भाजपा को वोट करेंगे किसी ने अपनी समस्या को उस खत में लिख के इस उम्मीद के साथ डिब्बे में डाला था कि उसकी समस्या का समाधान जल्द होगा पर उसे क्या मालूम था कि वो राजनीती करने के नए तरीके का शिकार हो रहा है।
यहां कहना सिर्फ इतना ही है कि आप मन की बात करते है तो सारा देश ध्यान से सुनता है पर देश के मन की बात से आपने और आपकी पार्टी के लोगों ने ऐसा सुलूक क्यों किया जबकि जनता के मन की बात ज़्यादा ज़रूरी है ये बात समझने की ज़रूरत आप सभी को है कि जनता का मज़ाक बना कर कुर्सी हथियाने की आदत से बाज़ आइए क्योंकि जनता सबको परख कर ही अपना निर्णय सुनाती है।